DELHI BJP में पहली बार सबके सामने खुले रायशुमारी के बक्से… दिखाई दे रहा प्रभारियों की सोच का असर!

-नेतृत्व पर बढ़ने लगा पार्टी कार्यकर्ताओं का भरोसा
-पार्टी नेतृत्व ने बनाई चुनाव में जीत की रणनीति

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 9 नवंबर, 2022।
दिल्ली नगर निगम चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे ही राजधानी में चुनावी सियासत गरम होती जा रही है। बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सहित कुछ दूसरी पार्टियां चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के चयन में जुटी हुई हैं। दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता (बीजेपी) ने भी सभी 250 वार्ड्स से उम्मीदवारों के चयन के लिए रायशुमारी करवाई है। लेकिन इस बार प्रदेश बीजेपी की कार्यप्रणाली में कुछ बदलाव नजर आ रहा है। वार्डों की रायशुमारी वाले बक्से सोमवार सांय से ही प्रदेश कार्यालय पहुंचना शुरू हो गये थे। मंगलवार को पूरे दिन इन्हें पार्टी पदाधिकारियों के सामने खोला गया और बाकायदा टिकट के दावेदारों की प्राथमिकता के आधार पर सूची बनाई गई।
प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब वार्डों से आये रायशुमारी के बक्सों को पार्टी पदाधिकारियों के सामने खोला गया हो। हालांकि मंडल, जिला, प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ पार्षद, विधायकों के साथ इस तरह की रायशुमारी तो पहले भी होती रही है। लेकिन जहां यह बक्से खोले जा रहे थे, उस हॉल के बाहर से कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी इस प्रक्रिया को देखा। इसके बाद बहुत से कार्यकर्ताओं को यह कहते भी सुना गया कि कम से कम इस बार रायशुमारी के बक्सों को सबके सामने खोलकर लिस्ट तो बनाई जा रही है। इस पूरी प्रक्रिया में प्रदेश महामंत्री हर्ष मलहोत्रा और दिनेश प्रताप सिंह सहित कई दूसरे नेता शामिल रहे।
प्रभारियों की सोच का असर
पार्टी उम्मीदवारों की सूची बनाने के लिए रायशुमारी किया गया यह परिवर्तन पार्टी प्रभारियों की सोच के असर को दिखाता है। दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी की कार्यप्रणाली में जो असर दिखाई दे रहा है इसमें पार्टी प्रभारी जयंत पांडा, सह प्रभारी अल्का गुर्जर और संगठन महामंत्री की सोच भी शामिल है। हालांकि पूरी पार्टी चुनावी अभियान में जुट गई है। लेकिन अब से पहले ज्यादातर प्रभारी और सह प्रभारी अपने कुछ चेलों-चपाटों को टिकट दिलाने के प्रयास में लगे रहते थे। बीजेपी के ही एक और नेता ने बताया कि इस बार पार्टी प्रभारी और संगठन महामंत्री की भूमिका कुछ अलग नजर आ रही है।
जोश से लबालब कार्यकर्ता
दिल्ली बीजेपी कार्यालय में पिछले चार दिनों से लग रहा पार्टी कार्यकर्ताओं और टिकट मांगने वालों के मेले को देखकर कहा जा सकता है कि पार्टी कार्यकर्ता जोश से भरे हुए हैं। दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक अब अप्रैल 2022 जैसी स्थिति नहीं रही है। बीजेपी ने खुद की छवि में सुधार करते हुए निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी को अच्छी टक्कर देने की रणनीति तैयार कर ली है। चुनाव के लिए जिताऊ उम्मीदवारों पर फोकस किया जा रहा है। इंद्रप्रस्थ के सियासी मैदान में 60 के मुकाबले 40 फीसदी पर पिछड़ती आ रही बीजेपी अब तक 50-50 फीसदी की बराबरी से कुछ ऊपर पहुंचती नजर आ रही है।
दिल्ली पर है राष्ट्रीय संगठन महामंत्री का फोकस
दिल्ली नगर निगम के चुनाव पर राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष पूरी तरह से फोकस बनाये हुए हैं। संतोष अब तक निगम चुनाव से संबंधित आधा दर्जन से ज्यादा बैठकें ले चुके हैं। बीजेपी के इतिहास में शायद ऐसा भी पहली बार हो रहा है जब राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ने सीधे तौर पर निगम चुनाव की कमान संभाल रखी है। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपना पूरा फोकस गुजरात चुनाव पर बनाया हुआ है।
14 नवंबर तक किये जा सकते हैं नामांकन
दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए 14 नवंबर तक नामांकन पत्र दाखि किये जा सकते हैं। 19 नवंबर तक कोई भी उम्मीदवार अपने नामांकन वापस ले सकता है। आगामी 4 दिसंबर को चुनाव के लिए मतदान होना है और 7 दिसंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किये जायेंगे।