-कुछ विद्वानों ने दोनों दिन त्योहार मनाने का रखा प्रस्ताव
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 06 अक्टूबर।
दीपावली पर्व मनाने के के लिए दिन व तारीख को लेकर चला आ रहा विवाद लगभग खत्म हो गया है। इस वर्ष दीपावली का पर्व 21 अक्टूबर को मनाया जायेगा। इस बात का ऐलान श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली प्रदेश ने किया है। श्री सनातनधर्म लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर) और दिल्ली के सनातनधर्म मंदिरों की संस्था श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभी दिल्ली प्रदेश द्वारा दिल्ली एन सी आर की सभाओं, संस्थाओ, पंचांगकर्ताओं, धर्माचार्यों ने ‘एक राष्ट्र-एक पर्व’ पर शास्त्रीय प्रमाण के साथ एक ही दिन सम्पूर्ण राष्ट्र में पर्व त्यौहार मनाने को ले कर विशेष चर्चा कराई है।
पर्वों की एकरूपता भी हो और शास्त्रीय परम्पराओं का पालन भी हो इन बातों को ध्यान मे रखते हुए, चर्चा के लिए आए हुए सभी विद्वानों ने अपनी अपनी बात को शास्त्र सम्मत तर्क देते हुए स्पष्ट किया। विद्वानों का सुझाव है कि दीपावली पर्व सम्पूर्ण भारत मे मंगलवार 21 अक्तूबर को ही मनाना श्रेयस्कर है। पर्व और त्योहार सनातन परम्पराओं को जीवंत रखने का माध्यम हैं, इनमें अगर विसंगति हो तो पर्व का उत्साह ठंडा पड़ जाता है। अतः पूर्वाग्रह का त्याग परते हुए सच्चे सनातनधर्मी होने का हमें परिचय देना चाहिए।
आचार्य रामगोपाल शुक्ल ने बताया कि सभा में उपस्थित विद्वतजनों एवं संस्थाओं ने ‘एक राष्ट्र-एक पर्व’ के संकल्प को दोहराते हुए, सर्वमान्य निर्णय लेते हुए घोषणा की कि शास्त्रसम्मत रूप से 21 अक्टूबर 2025 को ही महालक्ष्मी पूजन किया जाएगा। पूरे देश में 21 अक्टूबर 2025 को ही दीपोत्सव पर्व मनाया जाएगा। अतः सभी सनातन धर्म सभाएं मंदिर, धर्माचार्य, ज्योतिषाचार्य अपने अपने प्रचार माध्यम से, सोशल मीडिया माध्यम से इस बात को प्रचारित करें, ताकि सर्वजन में उपस्थित भ्रम का निवारण हो सके।
सभा में प्रमुख रूप से आचार्य सुभेष शर्मन (राष्ट्रीय प्रमुख, अखिल भारतीय संत समिति), ज्योतिषाचार्य एवं पंचांगकर्ता कौशल किशोर कौशिक, ज्योतिषाचार्य कृष्ण दत्त (अध्यक्ष अखिल भारतीय ज्योतिष परिषद), ज्योतिषी एवं पंचांगकर्ता पंडित सुनील जेटली (पप्पी पंचांग), ज्योतिषाचार्य एवं पंचांगकर्ता आचार्य विक्रमादित्य (योगाश्रम खुरेजी, दिल्ली), डॉ यशपाल शर्मा, पंचांगकर्ता एवं ज्योतिषाचार्य गिरधारी लाल शर्मा (पुजारी महा संघ), अरुण बंसल (अध्यक्ष, अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ), रवीन्द्र गोयल (झंडेवाला देवी मंदिर), भूषण लाल पाराशर (चेयरमैन, श्रीसनातनधर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली), अशोक सचदेवा (कार्यकारी अध्यक्ष, श्रीसनातनधर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली), पण्डित अमित कुमार शर्मा (सदस्य, अखिल भारतीय संत समिति), पण्डित राजेश सेमवाल पुराणाचार्य (पुजारी महा संघ), आचार्य शिवलाल त्रिपाठी (बिरला मंदिर), पंडित अरुण द्विवेदी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्रीसनातनधर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली) के आलावा राजधानी के लगभग 60 विद्वान्-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।