महापौर के आश्वासन के बावजूद नही घटी गत वर्ष बढ़ाई गई व्यापारियों के लाइसेंसों की फीस

-दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने निगमायुक्त और महापौर को पत्र लिखकर की गत वर्ष बढ़ाये लाइसेंसिंग शुल्क घटाने की मांग

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली 11 जुलाई।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (Delhi BJP) के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर (Spokes Person Praveen Shankar Kapoor) ने दिल्ली नगर निगम (MCD) के निगमायुक्त अश्विनी कुमार (Commissioner Ashwini Kumar) और महापौर शैली ओबरॉय (Mayor Shally Oberoy) से मांग की है कि दिल्ली नगर निगम गत वर्ष अप्रैल 2023 में व्यापार के विभिन्न वर्गों की लाइसेंसिंग फीस में 20 से 150 प्रतिशत तक की गई वृद्धि को अविलंब वापस ले।
गत वर्ष सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी ने नये लाइसेंसिंग शुल्क लागू करते हुऐ पान-तम्बाकू, पंसारी, कन्फैक्शनरी दुकान, छोटे बड़े हलवाई, नाई, ड्राईक्लीनर, धर्मशाला, ऑडिटोरियम, होटल सबकी लाइसेंसिंग फीस में भारी वृद्धि लागू की थी। व्यापारिक संगठनों एवं दिल्ली बीजेपी के विरोध के बाद महापौर शैली ओबरॉय ने बढ़ाये गये शुल्क पर पुनर्विचार की घोषणा की थी पर पूरा एक साल बीत जाने के बाद भी शुल्क में किसी कटौती की घोषणा आज तक नही की है।
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि विभिन्न वर्गों की लाइसेंसिंग फीस में वृद्धि इतनी अधिक है कि छोटे व्यापारी अब निगम लाइसेंस नवीकरण करने अथवा नया लाइसेंस बनवाने से डर रहे हैं। अनेक व्यापारियों ने गत वर्ष लाइसेंस नवीकरण इस उम्मीद में नही करवाया कि महापौर शीघ्र शुल्क घटा देंगी पर वित्त वर्ष बदल गया पर कटौती नही हुई और अब वह पेनल्टी के दंड से परेशान हैं।
प्रवीण शंकर कपूर ने अपने पत्र में कहा है कि गत वर्ष लागू की गई दरें तबके 2022 तक के दक्षिण दिल्ली नगर निगम में लागू लाइसेंसिंग दरों से भी लगभग डेढ़ गुणा ज्यादा कर दिया था। बीजेपी ने 15 साल के निगम सेवा काल में लाइसेंसिंग शुल्क बढ़ने से रोका था “आप“ ने आते ही बढ़ा दिया था। उन्होंने मांग की कि निगमायुक्त एवं महापौर लाइसेंसिंग शुल्क को बीजेपी के समय के सबसे बड़े उत्तरी दिल्ली नगर निगम मे लागू दरों के अनुरूप घटा कर कम करें।