-एमसीडीए ने बुलाई है जनरल बॉडी की आपात बैठक
-4 महीनों से वेतन नहीं मिलने से डॉक्टर्स की हालत
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए लोगों का इलाज करने वाले नगर निगम के डॉक्टर्स की खुद की आर्थिक सेहत बिगड़ी हुई है। अपनी आर्थिक हालत को सुधारने के लिए हड़ताल पर जाने अथवा नहीं जाने पर शुक्रवार को फैसला किया जाएगा। मामला उत्तरी दिल्ली नगर निगम के वरिष्ठ डॉक्टर्स की सेलरी से जुड़ा हुआ है। बीते चार महीनों से सेलरी नहीं मिल पाने की वजह से डॉक्टर्स की एसोसिएशन म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएशन (एमसीडीए) ने सभी सदस्यों की आपात बैठक का आयोजन किया है। बैठक का आयोजन हिंदूराव अस्पताल स्थित नर्सिंग कॉलेज के खुले स्थान पर अपरान्ह 2ः30 बजे किया जा रहा है।
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एमसीडीए के अध्यक्ष डॉ आरआर गौतम एवं महासचिव डॉ मारूति सिन्हा ने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में बीते लंबे समय से आर्थिक परेशानी चली आ रही है। जिसकी वजह से सबसे ज्यादा परेशानी नगर निगम के डॉक्टर्स को हो रही है। निगम के विभिन्न अस्पतालों व औषधालयों में कार्यरत डॉक्टर्स को पिछले चार महीनों से सेलरी नहीं मिली है। इसकी वजह से डॉक्टर्स के बीच लगातार गुस्सा बढ़ता जा रहा है। सेलरी नहीं मिल पाने की वजह से डॉक्टर्स अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियां नहीं उठा पा रहे हैं।
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एमसीडीए के अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि अब डॉक्टर्स के सामने हड़ताल पर जाने और निगम प्रशासन के साथ असहयोग करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। डॉक्टर्स को केवल आश्वासन दिये जाते हैं, उनकी समस्याओं का समाधान लंबे समय से नहीं किया जा रहा है। डॉक्टर्स का कहना है नगर निगम के आला अधिकारी डॉक्टर्स की परेशानियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, आला अधिकारियों के गैर-संवेदनशील रवैये की वजह से निगम में कार्यरत डॉक्टर्स में भारी नाराजगी है। बैठक में सेलरी सहित डॉक्टर्स के अन्य मुद्दों पर भी विचार किया जाएगा और यह भी तय किया जाएगा कि आगे के लिए किस तरह की रणनीति अपनाई जाए।