-निगम प्रशासन के खिलाफ सुलग रही विद्रोह की चिंगारी
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
कोविड-19, स्वच्छ भारत मिशन, ओडीएफ की ड्यूटी के बाद अब नगर निगम के लिए टोल टैक्स की वसूली की जिम्मेदारी भी डीबीसी कर्मचारी ही संभालेंगे। नगर निगम की ओर से एक आदेश जारी करके डीबीसी कर्मचारियों को इस आशय के आदेश जारी कर दिये गए हैं। दूसरी ओर डीबीसी कर्मचारी नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। डीबीसी कर्मचारियों की एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि निगम अधिकारी इन कर्मियों को किसी भी काम पर लगा देते हैं, लेकिन इन्हें पक्का करने बार-बार लटकाया जा रहा है।
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बता दें कि डीबीसी कर्मचारियों को उनके मूल काम के अलावा भी अलग अलग शिफ्टों में कई तरह के काम करवाये जा रहे हैं। लेकिन यह लगातार 25 वर्षों से दिल्ली के तीनों नगर निगम में कार्य कर रहे डीबीसी कर्मचारी को पोस्ट क्रिएशन का लाभ नहीं दिया जा रहा। एसोसिशएन के पदाधिकारियों का कहना है कि 25 साल बाद भी उन्हें छलावा दिया जा रहा है। जबकि 4 सितंबर 2020 के आर्डर के मुताबिक पोस्ट क्रिएशन होना बैन कर दिया गया है। अब इन्हीं कर्मचारियों के लिए टोल टैक्स की वसूली का नया आदेश जारी कर दिया गया है।
डीबीसी कर्मचारियों की एसोसिएशन के अध्यक्ष देवानंद शर्मा ने बताया कि साउथ दिल्ली नगर निगम में उसको टोल टैक्स की ड्यूटी भी सुबह 4ः00 बजे से रात के 10ः00 बजे तक निभानी होगी। डीबीसी कर्मचारियों का जीवन दांव पर लगा है एक ड्यूटी खत्म होती नहीं दूसरा फांसी का फंदा तैयार रहता है। आने वाले भयंकर रोगों के मद्देनजर डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया और कोविड-19 बीमारियों के गुनाहगार हमें ना कहा जाए।
डीबीसी कर्मचारियों की एसोसिएशन के अध्यक्ष देवानंद शर्मा ने बताया कि डीबीसी कर्मचारी पिछले 25 वर्षों से अपनी नौकरी पक्का होने का इंतजार कर रहे हैं। बार बार उन्हें अलग अलग तरीकों से छला जा रहा है। पक्का करने की घोषणा तो बार-बार की जा रही है लेकिन जब पहले से ही रोक लगी है तो पोस्ट क्रिएशन कैसे होगी? उन्होंने बताया कि जल्दी ही डीबीसी कर्मचारी निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रहे हैं। इसके लिए जोनवाइज बैठकें हो चुकी हैं, जरूरत पड़ी तो हड़ताल पर भी जा सकते हैं।