दाह-संस्कार कराने वालों ने उठाई जीवन-सुरक्षा की मांग

-कोरोना से मौत में शवों का दाह संस्कार करने वालों को नहीं बीमा की सुविधा
-श्मशान घाटों में केवल एक बार ही किया जा रहा सैनेटाइजेशन

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
कोरोना से मौत के मामलों में शवों का दाह संस्कार की व्यवस्था में लगे लोगों ने अपनी सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार या नगर निगम की ओर से उन्हें बीमा की सुविधा नहीं दी गई है। उन्होंने श्मशान घाटों के सैनेटाइजेशन की व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।

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कड़कड़ी मोड़ पर स्थित कड़कड़डूमा श्मशान घाट के इंचार्ज विनोद पंडित ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में करीब 500 लोग अलग अलग श्मशान घाटों में शवदाह के काम में लगे हैं। इस समय कोरोना महामारी का समय है। दिल्ली में चार श्मशान में लकड़ी से शवदाह का आदेश है। हम लोग इस काम को कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह दूसरे कोरोना वॉरियर्स के लिए सरकार की ओर से बीमा की सुविधा दी गई है, वह हम लोगों को नहीं दी गई है। हमें भी केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार या नगर निगम की ओर से बीमा की सुविधा दी जानी चाहिए।

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नाम नहीं छापने की शर्त पर एक और श्मशान घाट के इंचार्ज ने बताया कि नगर निगम की ओर से ज्यादा व्यवस्थाएं नहीं की गई हैं। श्मशान घाटों में सैनेटाइजेशन केवल एक बार किया जा रहा है। जबकि यहां कोरोना मृतकों की डेड बॉडीज लगातार आ रही हैं। ऐसे में दिन में कम से कम तीन बार सैनेटाइजेशन किया जाना बेहद जरूरी है।