-सारे नियम-कायदे-कानून ताक पर रखकर चल रहा निगमः राजा इकबाल सिंह
-मेयर को पत्र लिखकर बीजेपी ने जताई कड़ी नाराजगी
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 25 अक्टूबर, 2023।
आम आदमी पार्टी (AAP) की सत्ता आने के बाद से दिल्ली नगर निगम (MCD) में सारे नियम-कायदे और कानून ताक पर रख दिये गये हैं। आप की कार्यप्रणाली की वजह से निगम अधिकारियों की चांदी हो रही है। जवाबदेही नहीं होने की वजह से निगम अधिकारी मौज कर रहे हैं और निगम पार्षदों को अपने इलाकों से संबंधित कामों के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। ताजा मामला नगर निगम की होने वाली साधारण सभा को लेकर सामने आया है।
गौरतलब है कि 27 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से दिल्ली नगर निगम की मासिक बैठक होनी है। लेकिन 25 अक्टूबर तक निगम पार्षदों को इस बैठक में विचारणीय विषयों का एजेंडा ही नहीं मिला है। जबकि नियमानुसार निगम की किसी भी साधारण बैठक का एजेंडा कम से कम 72 घंटे पहले निगम पार्षदों तक पहुंच जाना चाहिए। कुछ आकस्मिक प्रस्तावों को ही ऑन टेबल लाने की व्यवस्था होती है। लेकिन पिछले कई बार की बैठकों में ऐसा देखा जा रहा है कि बैठक का ऐजेंडा निगम पार्षदों के पास बैठक वाले दिन पहुंचता है।
बीजेपी ने जताई नाराजगी
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और दिल्ली नगर निगम में विपक्ष के नेता (Leader of Opposition) व पूर्व महापौर राजा इकबाल सिंह (Former Mayor Raja Iqbal Singh) ने आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाले नगर निगम की कार्यप्रणाली पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने महापौर शैली आबरॉय (Mayor Shelly Oberoy) को पत्र लिखकर मांग की है कि नगर निगम के सदन की बैठक ऐजेंडा वितरित होने के बाद कम से कम तीन दिन बाद आयोजित की जानी चाहिए।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की अराजक कार्यप्रणाली दिल्ली नगर निगम की लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली को खत्म कर रही है। एमसीडी सदन की मासिक बैठकें रस्म अदायगी बनकर रह गई हैं। हर महीने पार्षदों को बैठक के एजेंडे का अध्ययन करने के अवसर से वंचित किया जा रहा है, इसलिए उचित चर्चा के बिना प्रस्ताव पारित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर को सदन की बैठक होनी है और 25 अक्टूबर तक एजेंडा छप ही नहीं पाया है।
सदन की बैठक हंगामेदार रहने के आसार
माना जा रहा है कि शुक्रवार को होने वाली नगर निगम के सदन की बैठक हंगामेदार रह सकती है। प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी के पास पहला मुद्दा तो पार्षदों को मिलने वाले एजेंडे में देरी होना है। वहीं दिल्ली में जिस तरह से डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, वह भी चिंता का विषय है और नगर निगम लगातार आंकड़े छिपा रहा है। इसके अलावा दिल्ली में ब़ढ़ता वायु प्रदूषण भी नगर निगम की बैठक में हंगामे का कारण बन सकता है। प्रदेश बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह गंभीर मुद्दे हैं और नगर निगम की बैठक में इन्हें जरूर उठाया जायेगा।