‘कृषि भूमि के सर्किल रेट में भ्रष्टाचार… उपराज्यपाल के दरबार में जायेगा मामला’

-दिल्ली वालों के खिलाफ है कृषि भूमि के सर्किल रेट में बढ़ोतरीः अनिल कुमार
-खादर में जमीन खरीदने वाले आप नेताओं को फायदा पहुंचाने की कोशिशः कांग्रेस

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 8 अगस्त।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Delhi Pradesh Congress Cimmittee) ने केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) के द्वारा कृषि भूमि के सर्किल रेट्स में की गई बढ़ोतरी को दिल्ली वालों के खिलाफ बताया है। प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार (President Anil Kumar) ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने कृषि भूमि के सर्किल रेट में बढ़ोतरी का निर्णय दिल्लीवालों के खिलाफ है। दिल्ली सरकार ने भूमाफिया को लाभ पहुॅचाने की दृष्टि से यह कृषि भूमि के सर्किल रेट की दरें बढ़ाई हैं, जिसमें भ्रष्टाचार की बू आ रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कृषि सर्किल रेट में बढ़ोतरी के मामले को उपराज्यपाल के समक्ष उठाऐगी। कृषि भूमि का सर्कल रेट एक समान होना चाहिए जिसमें कि असमानता है। यह विदित है कि सेन्ट्रल जिला में 5 करोड़ प्रति एकड है, वहीं पूर्वी जिला में 2.25 करोड़ प्रति एकड़ है। 2008 में कांग्रेस की सरकार ने कृषि भूमि का सर्कल बढ़ाए थे, वह कृषि भूमि का 53 लाख प्रति एकड़ था और खादर जमीन 17 लाख प्रति एकड़ था। इतना ही नही जब कांग्रेस की सरकार ने 2005 में बढ़ाया था उस समय कृषि भूमि का 17.40 लाख था और खादर 5.70 लाख प्रति एकड़ था।
यह पहली बार हुआ है कृषि भूमि में सर्किल रेट में असमानता है और खादर जमीन को कृषि भूमि में ही जोड़ दिया गया है। क्योंकि खादर के अंदर आम आदमी पार्टी के बहुत सारे नेताओं ने जमीनें खरीदी हुई है, अतः उनको चोर दरवाजे से फायदा पहुॅचाने के लिए यह घालमेल किया गया है। जिसमें भ्रष्टाचार की बू आती है। दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली में कृषि भूमि के सर्कल रेट एक सामान थे परंतु अब नई दरें जिला अनुसार तय करने का निर्णय एक विशेष वर्ग को फायदा पहुॅचाने के लिए हरित क्षेत्र के गांव, शहरीकृत गांव और ग्रामीण गांव के श्रेणी में बांटकर दरें तय की है।