झारखंड में जारी है घमासान… सरकार पर छाया संकट… कांग्रेस में बड़ी टूट की आशंका

-तीन विधायकों के कोलकाता में बड़ी धनराशि के साथ पकड़े जाने के बाद बढ़ा संकट
-झारखंड सरकार में कांग्रेस के एक दर्जन से ज्यादा विधायक सीबीआई के राडार पर

एसएस ब्यूरो/ रांचीः 1 अगस्त, 2022।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के तीन गिरफ्तार विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप से कोलकाता सीआईडी की टीम पूछताछ कर रही है। वहीं झारखंड में कांग्रेस बड़ी टूट की ओर बढ़ रही है। प्रदेश नेतृत्व से लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व तक पार्टी को टूट से बचाने में जुट गया है। सीआईडी के द्वारा कोलकाता में की जा रही पूछताछ में अब तीन विधायकों से बढ़कर आधा दर्जन से अधिक विधायकों की खरीद-फरोख्त व सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने की बात सामने आ रही है। ऐसे में कांग्रेस के कुछ नए विधायक जांच के दायरे में आ सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, एक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समेत कई विधायकों ने असम व कोलकाता के एक मोबाइल नंबर पर 50 से अधिक बार बातचीत की थी। सीबीआई की जांच के दायरे में झारखंड सरकार के कांग्रेस कोटे के मंत्री भी हैं।
कोलकाता सीआईडी ने इस मामले की जांच के दौरान सादर स्ट्रीट स्थित एक होटल का सीसीटीवी फुटेज हासिल किया है। इस फुटेज में दिख रहा है कि शनिवार को होटल में तीनों विधायक एक कमरे में प्रवेश करते हैं। तकरीबन छह मिनट के बाद तीनों विधायक कमरे से बाहर निकलते दिख रहे हैं। बाद में तीनों विधायक होटल के बार में प्रवेश करते हैं। इसके बाद एक विधायक सेंट्रल कोलकाता के लिए स्कूटी से निकलते दिखते हैं।
झारखंड में कांग्रेस सरकार में शामिल है। राज्य की विधानसभा में पार्टी के कुल 16 विधायक हैं। इनमें से तीन विधायक सीबीआई के शिकंजे में फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि सरकार गिराने की साजिश में 16 में से करीब एक दर्जन से ज्यादा विधायक शामिल थे। कांग्रेस पार्टी के कुछ पदाधिकारी भी विधायकों के साथ साजिश में शामिल बताये जा रहे हैं।
झारखंड सरकार ने दी थी बंगाल इंटेलिजेंस को सूचना
कांग्रेस के तीनों विधायकों की गिरफ्तारी के बाद यह बात सामने आई है कि झारखंड कांग्रेस के विधायकों की सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने व उनकी गतिविधियों से जुड़ी पूरी इनपुट झारखंड से ही बंगाल पुलिस के इंटेलिजेंस को दी गई थी। इसके बाद बंगाल पुलिस ने इस संबंध में कार्रवाई की है। हालांकि रिमांड पर पूछताछ के दौरान बरामद किये गये 49 लाख रुपए के सूत्र की जानकारी नहीं मिल पाई है।
मॉनसून सत्र के बाद सरकार में हो सकता है फेरबदल
बताया जा रहा है कि झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के बाद राज्य के मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। इसमें कांग्रेस कोटे के दो या तीन मंत्री बदल सकते हैं। पिछले सप्ताह कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने भी इसके संकेत दिये थे। उस समय विधायकों द्वारा पार्टी संगठन को तरजीह नहीं देने और राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग को आधार बताया जा रहा था। अब भारी नकदी के साथ पार्टी के तीन विधायकों की गिरफ्तारी और लगातार हो रहे नये-नये खुलासों के बाद कांग्रेस के मंत्रियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।
यह नेता हैं पार्टी के निसाने पर
सूत्रों की माने तो कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को छोड़ अन्य मंत्रियों में से दो या फिर तीनों पर पार्टी द्वारा एक्शन लिया जा सकता है और उन्हें मंत्री पद से हटाया जा सकता है। कांग्रेस इन मंत्रियों के हटाने के साथ-साथ नए मंत्री बनाने के लिए भी नाम तय करने में जुटी है। कांग्रेस उहापोह में है कि किसे उनकी जगह दी जाए। पार्टी के दर्जन विधायकों के संलिप्तता की बात चर्चा में है। ऐसे कांग्रेस अपने अनुभवी विधायक से लेकर नवनियुक्त विधायक पर भी दांव खेल सकती है।