दिल्ली में सातों लोकसभा सीटों पर लड़ेगी CONGRESS!… AAP के सौरभ ने बताया इन कांग्रेसियों को ‘जमानत गंवाने वाले छोटे नेता’

-लोकसभा चुनाव से पहले बनते ही टूटने के रास्ते पर बढ़ रहा ‘इंडिया’ गठबंधन
-सौरभ बोलेः दोनों कांग्रेसी के वोट मिलाकर भी नहीं जीत सकते विधानसभा चुनाव

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 16 अगस्त।
लोकसभा चुनाव अभी बहुत दूर हैं, लेकिन करीब दो दर्जन दलों को मिलाकर बना ‘इंडिया’ (I.N.D.I.A.) गठबंधन बड़ी टूट की ओर बढ़ने लगा है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस (Delhi Pradesh Congress) के नेता नहीं चाहते कि लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party) के साथ हाथ मिलाया जाये। इसकी एक बानगी बुधवार को भी देखने को मिली। जब पूर्व विधायक अलका लांबा ने बयान दिया कि कांग्रेस आलाकमान ने बुधवार की बैठक में सभी कांग्रेसियों को दिल्ली की सातों सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनी तैयारी रखने के लिए कहा है। इसके बाद दिल्ली का सियासी पारा गरम हो गया है। क्योंकि आम आदमी पार्टी की ओर से बयान देने वाले नेताओं को ‘विधानसभा चुनाव में जमानत गंवाने वाले छोटे नेता’ कह दिया गया है।
दरअसल, बुधवार को कांग्रेस आलाकमान ने राष्ट्रीय राजधानी में लोकसभा चुनाव को लेकर एक ब़ड़ी बैठक की थी। बताया जा रहा है कि बैठक में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व सहित करीब 40 नेता शामिल हुए थे। पूर्व विधायक अलका लांबा ने बैठक के बाद खुलासा किया कि दिल्ली के सभी नेताओं को दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। कुछ इसी तरह का बयान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी की ओर से भी आया है। बता दें कि दिल्ली के कांग्रेसी नेता मन से नहीं चाहते कि आम आदमी पार्टी के साथ लोकसभा चुनाव में हाथ मिलाया जाये। क्योंकि आम आदमी पार्टी कांग्रेस के वोट बैंक पर ही राज कर रही है।
सौरभ भारद्वाज ने अनिल चौधरी और अलका लांबा को बताया छोटा नेता
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली सरकार में मंत्री और आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ’इस तरह की बातें तो आती रहेंगी, जब गठबंधन के सभी दल एक साथ बैठेंगे, सीट शेयरिंग पर चर्चा करेंगे, सभी पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व आमने-सामने बैठकर चर्चा करेंगे, तब पता चलेगा कि कौन सी पार्टी को कौन सी सीटें मिलती हैं। कांग्रेस के इस फैसले का इंडिया गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बयान देने वाले कांग्रेस के बहुत छोटे-छोटे नेता हैं, जिनकी जमानतें विधानसभा इलेक्शन तक में नहीं बची हैं। उनकी क्या वेल्यू है? अनिल चौधरी और अल्का लांबा ने बयान दिया है, दोनों की ही जमानत कहां बची? दोनों के वोट मिला लो तो भी नहीं जीतेंगे।’
कांग्रेस आलाकमान का बयान नहीं आने से बना सस्पेंस
कांग्रेस नेताओं की बैठक के बाद अल्का लांबा ने कहा कि ‘हमें दिल्ली की सभी सीटों पर तैयारी रखने के लिए कहा गया है। संगठन में सभी को इसकी जिम्मेदारी भी दी जाएगी। दिल्ली में कांग्रेस लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेंगी या नहीं, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।’ इसके बाद पूरे दिन आम आदमी पार्टी की ओर से भी जबरदस्त प्रतिक्रियाएं आती रहीं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने की वजह से दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे और आप व कांग्रेस के मिलकर चुनाव लड़ने पर सस्पेंस लगातार बना हुआ है।