-3 नवंबर से शुरू होगा नामांकन, 30 नवंबर को होगा मतदान
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली, 30 अक्टूबर, 2025।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने गुरूवार को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 12 वार्डों के आगामी उपचुनाव के लिए लोकसभा, जिला एवं विधानसभा पर्यवेक्षकों, विधानसभा और एमसीडी चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों, ब्लॉक अध्यक्षों और संभावित उम्मीदवारों की बैठक प्रदेश कार्यालय में बुलाई। देवेंद्र यादव ने कहा कि पिछले नौ महीनों में भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही और लोग अब बदलाव चाहते हैं। बैठक में मौजूद लोगों ने बताया कि दिल्ली भर में भाजपा विरोधी माहौल पनप रहा है और कांग्रेस निगम उपचुनाव को बड़े अंतर से जीतने का बेहतर मौका है।
बैठक में उपस्थित लोगों में प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव के अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार, पूर्व मंत्री डॉ. नरेंद्र नाथ, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमेन एवं पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज, मुदित अग्रवाल, प्रशासनिक प्रभारी जतिन शर्मा, एडवोकेट सुनील कुमार, जगजीवन शर्मा, रागिनी नायक, जिला अध्यक्ष राजेश चौहान, डा0 नरेश कुमार, सतेन्द्र शर्मा, जगदीश जैन, प्रवीण भुगरा, राजेन्द्र तंवर, नीतू वर्मा, अशोक बसौया मुख्य रुप से उपस्थित थे।
बैठक में सुझावों और टिप्पणियों को सुनने के बाद देवेंद्र यादव ने कहा कि निगम उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन उचित मूल्यांकन के बाद किया जाएगा, जैसे कि वार्डों में उनकी क्षेत्र में उपस्थिति, बूथ स्तर का प्रभाव और अपने वार्डों के लोगों से जुड़ना, उनकी सोशल मीडिया में पहुंच, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों को पार्टी उम्मीदवारों के रूप में जुटाने की उनकी मुहिम और क्षमता आदि सभी आंकलन करने के बाद संगठन उम्मीदवारों का चयन सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि निगम उपचुनावों को जीतने का कांग्रेस के पास प्रभावशाली और बेहतर मौका है यदि क्षेत्र में भाजपा के खिलाफ नाकामियों को पार्टी कार्यकर्ता एकजुटता के साथ क्षेत्र में आक्रामक रुप से जनता तक पहुॅचाने में कामयाब हो जाते है तो सभी 12 वार्डों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत को कोई नही रोक सकता।
देवेंद्र यादव ने बैठक में मौजूद वरिष्ठ लोगों के सुझाव से सहमति व्यक्त की कि पार्टी को वार्ड-विशिष्ट घोषणापत्र जारी करना चाहिए क्योंकि प्रत्येक वार्ड की अपनी अलग-अलग विपरित समस्याएं हैं जिन्हें भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ने पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घर-घर प्रचार के माध्यम से मतदाताओं तक पहुंचना चाहिए क्योंकि लोग अब बदलाव लाने की सोच को सार्थक करना होगा क्योंकि भाजपा और आप ने झूठे, अधूरे वादों ने दिल्लीवालों को निराश किया है।


