कांग्रेस को नहीं भाया ‘पॉयलट प्रोजेक्ट’… अध्यक्ष पद से हटाए जाएंगे सचिन

-सचिन पायलट के खिलाफ हो सकती है निष्कासन की कार्रवाई
-बैठक में नहीं आए तो होगी अनुशासनात्मक कार्रवाईः अविनाश

टीम एटूजैड/ जयपुर
कांग्रेस को ‘पॉयलट प्रोजेक्ट’ पसंद नहीं आ रहा है। प्रदेश कांगेस अध्यक्ष सचिन पायलट को पार्टी से निकाला जा सकता है। बताया जा रहा है कि कोप भवन में बैठे राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को कांग्रेस अब नहीं मनाएगी। साथ ही पायलट समर्थक विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। बताया जा रहा है कि सोमवार को दोपहर 12 बजे तक फैसला हो जाएगा कि राजस्थान में कांग्रेस के ‘पॉयलट प्रोजेक्ट’ का अंजाम क्या होना है।

यह भी पढ़ेंः- जानें, सूर्य के कर्क राशि में गोचर और चंद्रमा की बदलती स्थिति का आपकी राशि पर क्या होगा असर?

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार 13 जुलाई को सुबह 10 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। सूत्रों का कहना है कि विधायक दल की बैठक में राजस्थान के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की जा सकती है। राजस्थान कांग्रेस में फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष पल के लिए रघुवीर मीणा का नाम सामने आ रहा है। मीणा को अशोक गहलोत का करीबी बताया जा रहा है।

यह भी पढ़ेंः- NORTH DMC: अब पार्किंग की फीस माफ कर निगम को करोड़ों का चूना लगाने की तैयारी

कांग्रेस विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी करते हुए सभी विधायकों को उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि जो विधायक बैठक में नहीं आएंगे उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे।

यह भी पढ़ेंः- एनडीए में दरारः चिराग ने खोला नीतीश के खिलाफ मोर्चा

बताया जा रहा है कि सचिन पायलट अभी दिल्ली में ही हैं और वो वो जयपुर नहीं जाएंगे। दिल्ली में मौजूद रहने के बावजूद सचिन पायलट ने कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात नहीं की है। पायलट ने रविवार को पार्टी के साथ बगावत के संकेत देते हुए दावा किया था कि उनके साथ पार्टी के तीस से ज्यादा विधायक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ गई है।
अध्यक्ष पद को लेकर घमासान
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राजस्थान कांग्रेस में असली झगड़ा प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने किसी करीबी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं, जबकि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सचिन पालयट खुद प्रदेश अध्यक्ष बने रहना चाहते हैं। अध्यक्ष पद सहित कुछ दूसरे मुद्दों को लेकर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और सीएम गहलोत के बीच लगातार खटपट जारी है।
डेमेज कंट्रोल की कोशिश
कांग्रेस ने डेमेज कंट्रोल के लिए पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं रणदीप सिंह सुरजेवाला, अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे को जयपुर भेजा है। दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से रात ढाई बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई। कांग्रेस ने प्रेस वार्ता में 109 विधायकों के समर्थन पत्र का दावा किया। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को मीडिया के सामने विधायकों की परेड करवा सकते हैं। पार्टी की ओर से राज्यपाल से मुलाकात कर विधायकों की सूची भी सोंपी जा सकती है।
सिंधिया से की मुलाकात!
सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट ने रविवार को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जा चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात करीब 30 मिनट तक चली। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर सचिन पायलट से हमदर्दी जताई और अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। सिंधिया ने अपने ट्वीट में लिखा कि मेरे पुराने सहयोगी सचिन पायलट को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दरकिनार कर सता रहे हैं। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस में प्रतिभा और क्षमता पर भरोसा कम है।
पायलट समर्थकों ने की पटेल से मुलाकात
दूसरी ओर सचिन पायलट के सर्मर्थक विधायकों ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौनान इन विधायकों ने राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान की जानकारी दी। वहीं राहुल गांधी के कार्यालय की ओर से सचिन पायलट से फोन पर बातचीत का दावा किया गया है। राहुल गांधी की कार्यालय की ओर से यह मामला जल्द सुलझा लेने की उम्मीद जताई गई है।