जेल जाने से पहले सिसोदिया, आतिशी एवं सौरभ को दागी बताकर केजरीवाल ने किया सुनीता भाभी को मुख्यमंत्री बनाने का रास्ता साफः सचदेवा

-विधायकों में सुनीता केजरीवाल के लिये स्वीकृति नही, अतः केजरीवाल ने महत्वपूर्ण आप नेताओं को भेजा संदेह के घेरे मेंः बीजेपी अध्यक्ष
-ऑपरेशन लोटस से जुड़े आरोपों के सबूत सामने रखें या फिर बीजेपी से माफी मागें आतिशी व सौरभ, नहीं तो कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहेंः वीरेन्द्र सचदेवा

एसएस बयूरो/ नई दिल्ली, 2 अप्रैल।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा (Delhi BJP President Virender Sachdeva) और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी (Former President Manoj Tiwari) ने मंगलवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कहा कि अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने जेल जाने से पहले यह तय किया था कि मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia), आतिशी (Aatishi) एवं सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) को आरोपित कर सुनिता केजरीवाल (Sunita Kejriwal) के मुख्यमंत्री (CM) बनाने का रास्ता साफ किया जाए। प्रदेश मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि कल से आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं का चेहरा और जुबान दोनों एक-दूसरे का साथ नहीं दे रहे हैं। क्योंकि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि जिस केजरीवाल को फायदे पहुंचाने के लिए शराब घोटाले तक में साथ दिया वह खुद इनको भी जेल भेजने की तैयारी कर देंगे। पत्रकार वार्ता में मीडिया रिलेशन विभाग प्रमुख श्री विक्रम मित्तल भी उपस्थित थे।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि बार-बार जनसमर्थन की बात करने वाली आम आदमी पार्टी पैसा खर्च करने के बावजूद रामलीला मैदान नहीं भर पाई और जब अरविंद केजरीवाल जेल जा रहे थे तो जेल के बाहर सड़क पर 100 लोग उनके समर्थन में नहीं जुटा पाई। उन्होंने कहा कि एक कहावत है की फंदा लगा कसने तो झूठ के गुब्बारे लगे फूटने और आम आदमी पार्टी के साथ आज यही स्थिति है “आप“ के विधायकों में श्रीमति सुनीता केजरीवाल के लियें स्वीकृति नही है अतः केजरीवाल पार्टी के सभी महत्वपूर्ण नेताओं को संदेह के घेरे मे डाल रहे हैं।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी बौखलाई और घबराई हुई है। उनके नेता अतिशी हो या फिर सौरभ भारद्वाज, उनके चहरे उनकी आवाज दोनों दिखा रहे है कि जहां अरविन्द केजरीवाल द्वारा अपने बयान में उन दोनों का नाम लेने से वे निराश है और घबराये हैं तो वही दूसरी ओर वे मीडिया के सामने आकर खुद को पार्टी का वफादार बता रहे हैं पर उनके चेहरे की घबराहट और जुबान की लड़खाहट बहुत कुछ बता रही हैं।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि भाजपा न कोई आपरेशन लोटस चलाती है न चलायेगी, अगर आम आदमी पार्टी के नेता पार्टी छोड़ रहे है तो उसका कारण है कि वह केजरीवाल के झूठ के खेल को समझ रहे हैं। अतिशी और सौरभ भारद्वाज दोनों अविलम्ब अपने ऑपरेशन लोटस से जुड़े आरोप और सबूत सामने रखें या फिर आज शाम 6 बजे तक भाजपा से माफी मागें नहीं तो कानूनी कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2011 से 2015 तक अरविन्द केजरीवाल रोज दिल्ली के लोगो को स्टींग करने की, फोन पर रिकॉर्डिंग करने की सलाह देते थे, आश्चर्य की बात है कि आज उनके बड़े-बड़े नेता उन्हें ऑपरेशन लोटस का लोभ प्रलोभन दिये जाने की बात कर रहे हैं पर न रिकॉर्डिंग कर रहे हैं और न ही कोई फोन नम्बर व नाम बता रहे हैं। सिर्फ झूठ बोलकर लोगों के अंदर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली की गलियों से एक ही आवाज आ रही है कि ईमानदारी की होती जो नियत तुम्हारी तो तिहाड़ तक ना जाती सवारी तुम्हारी। दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को पूरी तरह से नाकार दिया है और इसका प्रमाण हमने कल देखा जब उन्हें सड़क के माध्यम से तिहाड़ ले जाया गया तो सड़के खाली थी और जो लोग सड़क पर थे वे ताली बजा रहे थे।
तिवारी ने कहा कि जो जैसा बोएगा वैसा ही काटेगा और आज दिल्ली की जनता दिल्ली के लुटेरे और दिल्लावासियों को धोखा देने वाले की गिरफ्तारी से खुश है। उन्होंने कहा कि आज आम आदमी पार्टी भाजपा पर आरोप लगाती है तो दिल्ली की जनता उनके ऊपर हंसती है क्योंकि बेल देना या कस्टडी में भेजना कोर्ट का काम है भाजपा का नहीं।
तिवारी ने कहा कि केजरीवाल जब सात दिन पहले कोर्ट पहुंचे तो उस वक्त उन्होंने सौरभ और आतिशी का नाम नहीं लिया क्योंकि उस वक्त तक उन्हें इस बात का विश्वास था कि शायद श्रीमति सुनीता केजरीवाल को पार्टी अपना अगला मुख्यमंत्री स्वीकार कर लेगी लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के दावेदार आतिशी और सौरभ का नाम लेकर उनके भी जेल जाने का रास्ता तय कर दिया है।
नियम स्पष्ट है कि पार्टी सुनीता को मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार नहीं कर रही है और पार्टी ने जब माना कर दिया तो केजरीवाल को पसीने छूटने लगे हैं और जब माननीय कोर्ट ने जब 15 दिन के कस्टडी भेज लिया तो उन्होंने आतिशी और सौरभ का भी जेल जाने का रास्ता बना दिया।