-प्रभारियों की रायशुमारी में आये चोंकाने वाले सुझाव
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली, 29 अगस्त, 2023।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (Delhi BJP) के जिलों और मंडलों का गठन होना है। पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में इसको लेकर बहुत ज्यादा उत्साह है। हालांकि कहीं कहीं कुछ पदाधिकारियों ने नाराजगी भी जताई हैं। जिला और मंडलों में की गई रायशुमारी की रिपोर्ट प्रदेश बीजेपी आलाकमान को सोंप दी गई है। लेकिन कुल मिलाकर पार्टी कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर बेचैनी है कि ‘‘कौन बनेगा पदाधिकारी’’? पिछले सप्ताह कराई गई रायशुमारी के दौरान नई दिल्ली जिला (New Delhi District) के तहत कई चौंकाने वाली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। हालांकि यह मामले वर्तमान प्रदेश नेतृत्व को मिली जिम्मेदारी से पहले के हैं।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष (Delhi BJP President) वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) की ओर से बीते सप्ताह जिला, लोकसभा, मोर्चा व प्रकोष्ठों के प्रभारियों और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों की घोषणा होने के पश्चात पिछले सप्ताह सोमवार से रायशुमारी शुरू हो गई थी। शनिवार 26 अगस्त तक सभी जिला एवं अन्य प्रभारियों ने अपनी रिपोर्ट पार्टी के प्रदेश आलाकमान को सोंप दी है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि इस रायशुमारी के दौरान बड़े ही चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं।
सूत्रों की मानें तो गिरीश सचदेवा, कुलजीत चहल और विशाखा सैलानी सरोजिनी नगर, तीन मूर्ति और नई दिल्ली मंडलों के मंडल अध्यक्ष बन सकते हैं। पार्टी के नई दिल्ली जिला में जिला प्रभारी, सह प्रभारी और जिला अध्यक्ष के द्वारा की गई राय शुमारी में इन तीनों नेताओं के नाम मंडल अध्यक्ष पद के लिए सुझाये गये हैं।
रायशुमारी के दौरान जब सरोजिनी नगर मंडल के अध्यक्ष पद के लिए जिला और मंडल के पदाधिकारियों से जब पूछा गया कि इस मंडल के अध्यक्ष पद के लिए किसका नाम सुझाया जा सकता है? तो कुछ पदाधिकारियों ने गिरीश सचदेवा का नाम बता दिया। जब तीन मूर्ति मंडल के लिए अध्यक्ष पद का नाम पूछा गया तो कुलजीत चहल का नाम बता दिया। इसके बाद रायशुमारी करने वालों ने पार्टी के उन्ही कार्यकर्ताओं से कहा कि नई दिल्ली मंडल के लिए शायद आपकी ओर से विशाखा सैलानी का नाम होगा? तो उन कार्यकर्ताओं का उत्तर हां में था।
बाहरी लोगों को एनडीएमसी में तैनात करने पर है नाराजगी
बता दें कि नई दिल्ली जिला और नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी इस बात को लेकर है कि प्रदेश भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व से लेकर शीर्ष नेतृत्व तक एनडीएमसी (New Delhi Municipal Council) में प्रतिनिधित्व देने के लिए इसी क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देने के बजाय दिल्ली के दूसरे इलाकों से आने वालों को तरजीह दे रहा है। एनडीएमसी (NDMC) इलाके में रहने वाले पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि जो व्यक्ति इस इलाके में रहते ही नहीं हैं, उन्हें इस इलाके का प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी दे दी जाती है और यह प्रक्रिया पार्टी में लंबे समय से चली आ रही है। जबकि चुनाव और दूसरे मामलों में भीड़, वोट और समर्थन जुटाने की जिम्मेदारी इन छोड़ दिये गये कार्यकर्ताओं के ऊपर रहती है।
तीनों ही नहीं रहते NDMC इलाके में
बता दें कि फिलहाल एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय एवं सदस्य गिरीश सचदेवा (Girish Sachdeva) , कुलजीत चहल (Kuljit Chahal) और विशाखा सैलानी (Vishakha Sailani) सहित कोई भी व्यक्ति नई दिल्ली नगर पालिका परिषद इलाके में नहीं रहते हैं। नई दिल्ली इलाके में रहने वाले लोगों में नाराजगी इस बात को लेकर है कि पार्टी नेतृत्व को इस इलाके में रहने वालों जब तरजीह ही नहीं देनी है तो फिर पार्टी नेतृत्व उनका उपयोग पार्टी के कामों के लिए क्यों करना चाहता है?