-प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता और उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने उठाये सीएम केजरीवाल की यात्रा पर सवाल
-घर के बाहर बैठे दिल्ली के मेयरों से नहीं मिले और अब मेयर्स की बैठक में जाना चाहते हैं केजरीवालः BJP
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 18 जुलाई, 2022
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिंगापुर में होने वाली ‘वर्ल्ड सिटीज समिट’ में जाने की अनुमति नहीं मिलने वाले विवाद में अब एक और विवाद जुड़ गया है। दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने सीएम केजरीवाल से पूछा है कि ‘आखिर बिना विभाग के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंगापुर में होने वाली मेयरों की बैठक में क्यों जाना चाहते हैं?’ प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली की समस्याओं पर बात करने का समय नहीं है। बारिश की वजह से सड़कें जलमग्न हो गई हैं, बिजली और पानी के लिए दिल्ली वाले त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। ऐसे में वह सिंगापुर में होने वाली मेयर्स की बैठक में जाना चाहते हैं।
आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी की मंजूरी दे दी है। इससे दिल्ली वालों की जेब पर बहुत ज्यादा भार बढ़ जायेगा। बढ़ी हुई दरें वापस लेने और दिल्ली वालों के सामने आ रही समस्याओं को लेकर हमने सीएम केजरीवाल से मिलने के लिए समय मांगा था। लेकिन उन्होंने अभी तक कोई उत्तर नहीं दिया है। दूसरी ओर वह दिल्ली वालों को समस्याओं के बीच घिरा छोड़कर सिंगापुर की सैर पर जाना चाहते हैं।
सांसद मनोज तिवारी ने की निंदा, बताया अशोभनीय व्यवहार
उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा सिंगापुर की यात्रा पर शोर-शराबा करने को अशोभनीय व्यवहार बताते हुए निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल से पूछा है कि ‘जब आपके पास एक भी विभाग नहीं है बिना विभाग के मुख्यमंत्री के रूप में देश में झूठ परोसने का काम कर रहे हो, तो सिंगापुर जाकर विश्व भर के मेयरों को संबोधन में क्या बताओगे? पूरे विश्व को यह बताने के लिए आप सिंगापुर जाना चाहते हैं कि दिल्ली के तीन मेयर आपके दरवाजे पर 13 दिन तक बैठे रहे और आपने उनको निगम चलाने के लिए फंड देना तो दूर उनसे मिलना भी मुनासिब नहीं समझा?
सांसद मनोज तिवारी ने आगे कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली को चलाने के हर मोर्चे पर नाकाम हो गए हैं। इतिहास के सबसे निकम्मे मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें जाना जाएगा। क्योंकि यह पहला मौका है जब एक मुख्यमंत्री के पास न कोई मंत्रालय है न किसी विभाग की जिम्मेदारी। ऐसा मुख्यमंत्री जो दिल्ली की देश में फजीहत करा रहा है और अब देश की फजीहत कराने के लिए उनका उतावलापन जग जाहिर है। बेहतर होता कि सिंगापुर जाने के बजाय दिल्ली की उन बस्तियों में जाकर दिल्लीवासियों का हाल पूछते जिन्हें पीने का पानी नहीं मिल रहा है और जलभराव की समस्या से जो लोग परेशान हैं।
31 जुलाई से 3 अगस्त के बीच होनी है वर्ल्ड सिटीज समिट
बता दें कि सिंगापुर के सेंडस एक्सपो एंड कन्वेंसन सेंटर, मरीना बे में इस समिट का आयोजन 31 जुलाई से 3 अगस्त 2022 के बीच किया जा रहा है। इस बैठक में ज्यादातर शहरों के मेयर, चुनिंदा बिजनेस लीडर्स और विभिन्न सरकारों के डेलीगेट्स को आमंत्रित किया गया है। पहले इस समिट का आयोजन सिंगापुर में ही 17 से 21 अप्रैल 2022 के बीच किया जाना था। लेकिन सिंगापुर में कुछ और आर्यक्रमों के आयोजन की वजह से उस समय इसका आयोजन नहीं किया जा सका था।