‘आप’ का बड़ा आरोप… आयकर विभाग से 200 करोड़ और डीडीए से 1200 करोड़ वसूल कर दिखाये बीजेपी

-दोनों विभागों से तत्काल वसूली कर सफाई कर्मचारियों को सैलरी दे बीजेपीः राखी बिड़लान
-वादे के बावजूद केंद्र सरकार से एक भी पैसा नहीं ला पाए मनोज तिवारीः कुलदीप कुमार
-निगमकर्मियों से विधानसभा चुनाव में हार का बदला चुका रही बीजेपीः राखी बिडलान

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी ने नगर निगमों में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। आप विधायक और पूर्व मंत्री राखी बिड़लान ने शनिवार को बीजेपी को चुनौती दी कि यदि निगमकर्मियों की इतनी ही फिक्र है तो बीजेपी केंद्र सरकार के तहत आने वाले आयकर विभाग से 200 करोड़ और दिल्ली विकास प्राधिकरण से 1200 करोड़ रूपये वसूल कर दिखाए। उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली की जनता से विधानसभा में हुई अपनी हार का बदला ले रही है और इसीलिए दलित समाज को निशाना बनाते हुए सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दे रही है।

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राखी बिडलान ने कहा कि भाजपा अपनी दलित विरोधी मानसिकता के चलते सफाई कर्मचारियों पर लगातार अत्याचार कर रही है, लेकिन वो दिन दूर नहीं, जब यही सफाई कर्मचारी भाजपा को एमसीडी से उखाड़ फेकेंगे। आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार पूरी तरह से सफाई कर्मचारियों के साथ है और हम केंद्र व एमसीडी में बैठी भाजपा को दलित समाज का आर्थिक, मानसिक और शारीरिक शोषण नहीं करने देंगे। ‘आप’ भाजपा शासित एमसीडी से मांग करती है कि केंद्र के इनकम टैक्स विभाग पर 200 करोड़ और डीडीए पर 1200 करोड़ रुपए बकाए को तत्काल वसूल कर सफाई कर्मचारियों को सैलरी दे।

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दूसरी ओर विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में हुई हार के बाद दिल्ली नगर निगम में भी अपनी हालत बदतर होते देख भाजपा नेता अपने वादे से भाग रहे हैं। सांसद मनोज तिवारी वादे के बाद भी केंद्र सरकार से एक पैसा नहीं ला पाए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सफाई कर्मचारी सुबह 7 बजे उठकर अपने परिवार को घर पर छोड़ कर दिल्ली की सड़कों पर निकलते हैं, तब कहीं जाकर दिल्ली की साफ-सफाई सुनिश्चित हो पाती है। परंतु दिल्ली नगर निगम की सत्ता में 15 सालों से काबिज भारतीय जनता पार्टी का शुरू से यही उद्देश्य रहा है कि किसी तरह से सफाई कर्मचारियों को परेशान कर सकें, उनका शोषण कर सकें, उन्हें प्रताड़ित कर सकें। आज भी परिस्थिति समानांतर बनी हुई है। लगभग 4 महीने का समय बीत चुका है, परंतु भारतीय जनता पार्टी ने नगर निगम में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का वेतन उनको नहीं दिया है।

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कुलदीप कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के सफाई कर्मचारियों से 2017 के निगम चुनाव में वादा किया था कि वह केंद्र से सीधा पैसा लेकर आएंगे और कभी भी सफाई कर्मचारियों को वेतन की परेशानी नहीं होने देंगे। परंतु आज जब भाजपा ने देखा कि वह दिल्ली का चुनाव हार गए हैं और नगर निगम में भी उनकी स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, तो वे अपने वादे से भाग खड़े हुए और आज मनोज तिवारी जी सफाई कर्मचारियों की बदतर हालत को अपने एसी कमरे में बैठ कर आराम से देख रहे हैं।

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कुलदीप ने कहा कि तिवारी देख रहे हैं कि किस प्रकार से सफाई कर्मचारियों के घर में परेशानियों का पहाड़ टूटा हुआ है, घर में चूल्हा नहीं जल रहा है और स्थिति यह हो गई है कि आज सफाई कर्मचारी आत्महत्या तक करने के कगार पर आ गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर इस प्रकार का रवैया अपनाए हुए हैं। क्योंकि उन्हें पता है कि यदि सफाई कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलेगा, तो कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे और यदि हड़ताल होगी, तो दिल्ली में गंदगी का स्तर बढ़ेगा और यदि गंदगी का स्तर बढ़ा, तो दिल्ली सरकार की बदनामी होगी।
भारतीय जनता पार्टी केवल दिल्ली सरकार को बदनाम करने के लिए इस प्रकार की गंदी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि हम सफाई कर्मचारी भाइयों के साथ खड़े हैं। आम आदमी पार्टी उनके हक की लड़ाई में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और जब तक सफाई कर्मचारी भाइयों का पूरा वेतन उनको नहीं मिल जाता, आम आदमी पार्टी हर स्तर पर उनका सहयोग करने के लिए तैयार खड़ी है।

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वहीं एमसीडी कमिश्नर का लिखित बयान मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए राखी बिड़लान ने कहा कि एमसीडी कमिश्नर खुद इस बात को कह रहे हैं कि नगर निगम का केंद्र की संस्था डीडीए पर 1200 करोड़ रुपए और इनकम टैक्स विभाग पर 200 करोड़ रूपए बकाया है। यदि केंद्र सरकार यह बकाया राशि नगर निगम को दे दे, तो मेरे तमाम सफाई कर्मचारी भाई-बहनों का न केवल पिछला रुका हुआ वेतन, बल्कि अगले कई महीनों का वेतन एडवांस में दिया जा सकता है। परंतु न तो केंद्र में बैठी भाजपा सरकार और न ही नगर निगम में बैठी भाजपा सरकार ऐसा करने को तैयार है। क्योंकि भाजपा दिल्ली की जनता से विधानसभा चुनाव में हुई अपनी हार का बदला लेना चाहते हैं।