-तीस्ता सीतलवाड़ के एनजीओ द्वारा एफसीआरए नियमों की उल्लंघन के खुलासे में अहम भूमिका निभाने का मिला इनाम
-राष्ट्रपति कार्यालय का ऐलान… खादी ग्रामाद्योग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना संभालेंगे दिल्ली के उपराज्यपाल का कार्यभार
पूनम सिंह/ नई दिल्ली, 23 मई, 2022
दिल्ली के इतिहास में ऐसे कई काम हो रहे हैं जो पहली बार हो रहे हैं। दिल्ली नगर निगम को स्पेशल ऑफिसर के हवाले करने के बाद अब उपराज्यपाल भी सियासी क्षेत्र से मिले हैं। विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का नया उपराज्यपाल बनाया गया है। सोमवार को राष्ट्रपति कार्यालय ने उनके नाम की घोषणा कर दी। बता दें कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी गैर अफसरशाह को दिल्ली का उपराज्यपाल बनाया जा रहा है। इससे पहले सभी उपराज्यपाल पूर्व आईएएस या फिर पूर्व आईपीएस बनते रहे हैं।
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विनय कुमार सक्सेना फिलहाल खादी एंड ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के चेयरमैन हैं। उन्होंने यह कार्यभार 2015 में संभाला था। सक्सेना कानपुर यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं और कॉर्पोरेट के साथ-साथ एनजीओ सेक्टर में काम कर चुके हैं। उन्हें जल संसाधन जैसे क्षेत्रों में भी काम करने का अनुभव है।
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उन्होंने 1984 में राजस्थान में जेके ग्रुप को ज्वाइन किया था और 11 साल तक काम करने के बाद इस ग्रुप को छो़ड़ दिया था। वह गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में सरदार सरोवर परियोजना में अपना अहम योगदान दे चुके हैं। वह सामाजिक कुप्रथाओं के खिलाफ चलाए जाने वाले कई अभियानों का हिस्सा रहे हैं।
तीस्ता सीतलवाड की एनजीओ के कारनामों के भंडाफोड़ में रही अहम भूमिका
पीएम मोदी की धुर-विरोधी तीस्ता शीतलवाड़ की एनजीओ के कारनामों का कच्चा चिट्ठा खोलने में दिल्ली के नये उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बताया जा रहा है कि इसी का इनाम उन्हें 2015 में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन बनाकर दिया गया था। अब उन्हें दिल्ली का उपराज्यपाल बनाया गया है। विनय सक्सेना एक-दो दिन में अपना कार्यभार संभाल लेंगे।