AAP को बड़ा झटका, 15 पार्षदों का इस्तीफा… बनाई नई पार्टी, जानें विद्रोह की पूरी कहानी….

-वरिष्ठ पार्षद मुकेश गोयल होंगे नए नेता, तीसरे मोर्चे के गठन की कवायद

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 17 मई।
आम आदमी पार्टी (AAP) को शनिवार को तगड़ा झटका लगा है। निगम पार्षद हेमचंद्र गोयल के नेतृत्व में करीब 15 निगम पार्षदों की शनिवार को बैठक हुई और इसमें कई फैसले लिए गए। सभी पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा देकर तीसरा मोर्चा बनाने का निर्णय लिया गया है, जिसका नेतृत्व मुकेश गोयल को देने का फैसला लिया गया है।
दिल्ली नगर निगम में अभी भाजपा के पास 117 सदस्य हैं और आप के पास 113 सदस्य थे। वहीं कांग्रेस के पास 8 पार्षद हैं। इन 15 पार्षदों में दिनेश भारद्वाज, सुमन अनिल राणा, मुकेश गोयल, हेमचंद्र गोयल, हिमानी जैन, उषा शर्मा, साहिब कुमार, राखी कुमार, अशोक कुमार, राजेश पांडेय, अनिल राणा, देवेंद्र कुमार एवं रोनाक्षी शर्मा आदि के नाम शामिल हैं। दिल्ली में बने इस नये तीसरे मोर्चे को इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी का नाम दिया गया है।
आप नेतृव पर लगाए गंभीर आरोप
पूर्व नेता सदन मुकेश गोयल ने कहा कि हमेशा ऊपर से आदेश आते थे। नीचे की कोई बात नहीं सुनी जाती थी। मुझे नेता सदन बनाया गया लेकिन हमें कोई जानकारी नहीं होती थी। मैं 2022 में आप के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वहीं हेमचंद गोयल ने कहा कि निगम का अर्थ है सत्ता का विकेंद्रीकरण लेकिन आप ने केंद्रीय स्तर पर एक ही व्यक्ति को शक्ति दे दी।
गौरतलब है कि पिछले महीने एमसीडी चुनाव में बीजेपी के राजा इकबाल सिंह मेयर बने थे। उन्होंने इस चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी मनदीप सिंह को हराया था। इस चुनाव में दिलचस्प बात ये रही कि आम आदमी पार्टी ने इस एमसीडी चुनाव का बहिष्कार किया था। माना जा रहा है कि आप के इस फैसले से पार्टी के कई नेता नाराज थे।
वहीं अब आप के कई नेताओं की बगावत खुलकर सामने आ गई है।
मुकेश गोयल ने कहा कि ‘एक लाख रुपये की सैलरी दिखा दी गई। लेकिन असल में पार्षद के पास कोई अधिकार नहीं है। उन्हें बजट तक नहीं मिला। अधिकारी सुनते नहीं और सत्ता पक्ष टकराव में लगा है। ऐसे में जनता की सेवा कैसे हो?’
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली नगर निगम में जनहित के कार्य ठप पड़े हैं और आम आदमी पार्टी मूल मकसद से भटक चुकी है। ऐसे में एक ऐसी पार्टी की जरूरत है, जो पार्षदों को सशक्त बनाए, काम का विकेंद्रीकरण करे और जनता से सीधे जुड़े। मुकेश गोयल ने कहा कि ‘जो पार्टी जनता के हित की बात करेगी, हम उसका साथ देंगे।’
मेयर चुनाव के साथ ही आप ने किया नेतृत्व परिवर्तन
हाल ही में दिल्ली में मेयर के चुनाव के साथ ही आम आदमी पार्टी ने निगम के नेतृत्व में परिवर्तन कर दिया था। नेता सदन की जिम्मेदारी जहां मुकेश गोयल के पास थी तो नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी आप नेतृत्व ने अंकुश नारंग को दे दी थी। इससे पहले के दो ढाई वर्ष के अपने निगम के शासनकाल में आप ने समितियों का गठन भी नहीं किया था, जिसकी वजह से ज्यादातर पार्षदों में नाराजगी व्याप्त थी, जो कि अब खुलकर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कुछ और निगम पार्षद भी आप के साथ विद्रोह कर सकते हैं।