गंदगी से भरी भलस्वा झील, सोनिया विहार और ITO पर जहरीला यमुना घाट!

-छठ से पूर्व घाटों की सफाई सुनिश्चित करे सरकारः देवेन्द्र यादव

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली, 29 अक्टूबर, 2024।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Delhi Pradesh Congress Committee) के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव (Devender Yadav) ने दीपवाली और छठ पर्व से पहले आज भलस्वा झील, आईटीओ, स्थित यमुना घाट और सोनिया विहार का निरीक्षण किया, जहा गंदगी देखने को मिली जो दिल्ली सरकार की पोल खोल रही है। श्री यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी की अनदेखी के कारण यमुना में गंदगी और दूषित जल के कारण लोगों पवित्र त्योहारों की आस्था खतरे में पड़ गई है। दिल्ली सरकार की निष्क्रियता के चलते जहरीली, झाग और विषैली हो चुकी है जिसमें दिल्लीवासी छठ पर्व पर डुबकी लगाने के बाद सीधे अस्पताल ही जाएंगे, जिसका जीता जागता उदाहरण भाजपा अध्यक्ष विरेन्द्र सचदेवा है।
देवेन्द्र यादव ने दिल्ली सरकार से मांग की कि दिल्ली सरकार जल्द से जल्द इस भलस्वा झील के इस जल श्रोत की सफाई करवाए ताकि लोग पवित्र छठ पर्व को स्वच्छ जल में मना सकें। श्री यादव ने कहा कहा कि सरकार ने वादा किया था कि भलस्वा झील को पर्यटन स्थल में जोड़ा जाएगा परंतु भलस्वा झील गंदे पानी का झौड़ बन कर रह गया है। उन्होंने कहा कि भलस्वा लैंड फिल से निकलने वाली जहरीली गैस और भलस्वा झील में सटी हुई कॉलोनियों का गंदा नालों में न जाकर सीधा झील में गिरना दिल्ली सरकार की नाकामी है, जिससे क्षेत्र की जनता स्वास्थ्य से बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
देवेन्द्र यादव ने यमुना घाट, सोनिया विहार और भलस्वा झील में गंदगी को देखकर गहरी चिंता जताई और कहा कि जिस कदर यमुना का पानी गंदा है लगता है पूरे 11 वर्षों से यमुना सफाई का कोई काम ही नही हुआ। हर वर्ष छठ पर्व से पूर्व छठ घाटों की सफाई के नाम पर करोड़ो भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जाते है। जबकि केजरीवाल सरकार ने यमुना सफाई के नाम पर लगभग 6800 करोड़ खर्च करके यमुना और जहरीली और प्रदूषित हो गई है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी के सत्ता मे आने के बाद यमुना सफाई में लगातार विफल रही है। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले सत्ता में आने के तुरंत बाद, नवंबर 2015 में नदी पर आरती करते समय, केजरीवाल ने यमुना को साफ करने का वादा किया था, “हम पांच साल के भीतर यमुना को पुनर्जीवित करेंगे“, उन्होंने जोर देकर कहा था, और कुछ साल बाद, उन्होंने कहा था कि वह 2025 तक छठ पूजा के दौरान नदी में डुबकी लगाएंगे, लेकिन 10 साल बाद यमुना और अधिक जहरीली हो गई है।