-पूर्व मेयर पर हमले की साजिश के आरोपी चल रहे फरार, पकड़े गये तीन हमलावरों को मिली जमानत
-निगम ने 2017 में पुलिस को दी थी संपत्ति संख्याः 3378 देशबंधु गुप्ता रोड पर अवैध निर्माण की शिकायत
-अग्रिम जमानत की कोशिश में भूमिगत चल रहे पूर्व मेयर पर हमले की साजिश रचने के आरोपी


एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली के पूर्व मेयर रविंद्र गुप्ता के ऊपर हमले की साजिश के आरोपियों में से एक अमन घई की अग्रिम जमानत (एंटीसिपेटरी बेल) याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। अमन घई फिलहाल भूमिगत हैं लेकिन आश्चर्य की बात है कि करोलबाग की संपत्ति संख्या 3378 देशबंधु गुप्ता रोड पर बिल्डर माफिया द्वारा अवैध रूप से बनाया गया ‘ला-कासा’ शॉपिंग कॉम्पलेक्स धड़ल्ले से चल रहा है। जबकि 2017 में ही नगर निगम के बिल्डिंग विभाग ने करोलबाग पुलिस थाने में इसे बनने से रोकने के लिए शिकायत दे दी थी।
लेकिन ‘माफिया राज’ के चलते अवैध रूप से बनाये गये इस शॉपिंग कॉम्पलेक्स में करोड़ों का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। बताया जा रहा है कि इस शॉपिंग कॉम्पलेक्स का मालिक उसी बिल्डर माफिया ग्रुप में से एक व्यक्ति है, जिसकी अग्रिम जमानत याचिका को कोर्ट ने खारिज किया है। पूर्व मेयर रविंद्र गुप्ता ने अपने ऊपर हमला करने की साजिश रचने वालों में मुकेश गुप्ता, मुकेश गर्ग, अमन घई और कुछ और लोगों के ऊपर आरोप लगाया है। इन सभी लोगों के नाम देशबंधु गुप्ता रोड थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में शामिल हैं।
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गौरतलब है कि करोलबाग के बिल्डर माफिया ने देशबंधु गुप्ता रोड स्थित संपत्ति संख्या 3378 पर पांच मंजिला इमारत खड़ी कर दी है। इसमें बेसमेंट, ग्राउंड, फर्स्ट, सैकिंड और थर्ड फ्लोर बनाये गये हैं। प्लॉट को 100 फीसदी कवर करके खड़े किये गये शॉपिंग कॉम्पलैक्स के निर्माण के समय ही बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों ने इसे अवैध निर्माण की विभिन्न धाराओं में बुक कर लिया था। इसके लिए दिल्ली नगर निगम अधिनियम की धारा 344 (2) के तहत एक कंपलेंट दिल्ली पुलिस को मार्च 2017 में दी गई थी। इसके अलावा भी नगर निगम की ओर से सीलिंग आदि के नोटिस शॉपिंग कॉम्लपेक्स के ओनर/ बिल्डर माफिया को जारी किये गये हैं।
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बता दें कि पूर्व मेयर रविंद्र गुप्ता के करोलबाग स्थित घर में सोमवार 4 अक्टूबर को तीन हमलावर जबरन घुस गये थे और उनके साथ हाथापाई और जान से मारने की धमकी दी थी। तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके पश्चात मंगलवार 5 अक्टूबर को फिर से एक बार उनके घर के दरवाजे पर हमला करने की कोशिश की गई थी। रविंद्र गुप्ता ने अपनी जान को खतरा बताते हुए देशबंधु गुप्ता रोड पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई थी। पुलिस रिमांड पर रहने के बाद तीनों कथित हमलावरों की जमानत हो गई है, लेकिन हमले की साजिश रचने वालों में जिन लोगों के नाम शामिल हैं, उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। वह फिलहाल फरार चल रहे हैं।
करोलबाग में माफियाराज
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने कुछ दिन पूर्व करोलबाग इलाके में चल रहे बिल्डिरमाफिया राज में शामिल कुछ लोगों को आम व्यापारी बताते हुए एक वीडियो जारी किया था। लेकिन इसके पश्चात उन्हीं लोगों का नाम पूर्व मेयर पर हमला करवाने और करोलबाग इलाके में विभिन्न संपत्तियों पर अवैध निर्माण के जरिये शॉपिंग कॉम्पलेक्स खड़े करने में आ गया है। पुराने दस्तावेजों पर नजर डालें तो इन मामलों की जानकारी उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों से लेकर पुलिस और दूसरे महकमों के अधिकारियों को भी रही है। बताया जा रहा है कि यह एक संगठित माफिया है और सबके गठजोड़ ेसे बिल्डर माफिया का राज जारी है।