-आयोग ने अधिकारियों के चुनावी ड्यूटी को लेकर जारी किए निर्देश
-पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तमिलनाडु और पुद्दुचेरी में होने हैं चुनाव
-अप्रैल और मई के महीनों में हो सकते हैं 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल, केरल, असम, तमिलनाडु और पुद्दुचेरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन राज्यों से निर्वाचन आयोग ने कहा है कि पूर्व में जिन अधिकारियों पर किसी चुनाव में लापरवाही का आरोप लगा हो, उन्हें चुनाव संबंधी कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी जाए।
यह भी पढ़ें- राजस्थान बीजेपी में दरार… वसुंधरा के नाम पर शुरू हुई रार!
असम, केरल, बंगाल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्य सचिवों को भेजी गई गाइडलाइंस में चुनाव आयोग ने कहा कि दंडित किए गए अधिकारियों को चुनाव संबंधी किसी भी दायित्व के लिए तैनात नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा पूर्व में जिन अधिकारियों के खिलाफ उसने अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की थी और जिसमें कार्रवाई अब तक लंबित है, ऐसे अधिकारियों को भी कोई जिम्मेदारी नहीं सोंपी जानी चाहिए।
यह भी पढ़ें- 7 राशियों को पूरे साल मिलेगा शुक्र का आशीर्वाद… इस सप्ताह सूर्य करेंगे मकर में गोचर
केंद्रीय निर्वाचन आयोग की ओर से यह भी कहा गया है कि अगले छह महीने में सेवानिवृत्त होने वाले किसी भी अधिकारी को चुनाव संबंधी कार्य नहीं दिया जाना चाहिए। बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी की विधानसभा का कार्यकाल इस साल मई और जून में अलग अलग तारीखों में पूरा हो रहा है। इसके चलते अप्रैल और मई के महीनों में इन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है।
यह भी पढ़ें- करोल बाग क्षेत्र में 10 पार्किंग ठेकेदारो पर 2 लाख का जुर्माना
आयोग ने राज्यों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि चुनाव करवाने में सीधे तौर पर शामिल अधिकारियों की तैनाती उनके गृह जिलों में न हो। लोकसभा या विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग की ओर से इस तरह के परामर्श जारी किया जाना सामान्य है, जिससे यह सुनिश्चित हो कि अधिकारी किसी भी रूप में चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करें और यह कवायद स्वतंत्र व निष्पक्ष रहे।