-करोलबाग जोन ने मॉल को अवैध निर्माण के चलते 2012 में बुक कर लिया था- विकास गोयल
-कागजों में सील मॉल में बड़े-बड़े शोरूम खुलवाकर करोड़ों का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है- विकास गोयल
-सीलिंग में टेंपरिंग की एफआईआर होने के बावजूद ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं- विकास गोयल
-निगम में भाजपा नेताओं और ठेकेदारों के बीच बड़े स्तर पर सांठगांठ की पोल खोल रहा यह मामला- विकास गोयल
-मामले में सभी दोषियों की जांच हो और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा हो- विकास गोयल
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी से उत्तरी दिल्ली नगर निगम के एलोपी विकास गोयल ने गुरुवार को एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की निगम के एक और भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। 2012 में सील किया गया मॉल अवैध रूप से चलाया जा रहा है। यह मॉल कागजों में तो सील है लेकिन इसमें बड़े-बड़े शोरूम खुलवाकर करोड़ों का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। उन्होंने कहा कि सीलिंग में टेंपरिंग की एफआईआर होने के बावजूद ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे साफ है कि निगम में भाजपा नेताओं और ठेकेदारों के बीच बड़े स्तर पर सांठगांठ है। आम आदमी पार्टी पूरा प्रयास करेगी कि मामले में सभी दोषियों की जांच हो और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा हो।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा कि भाजपा की एमसीडी ने पिछले 15 सालों के कार्यकाल में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार करने और दिल्ली की जनता को लूटने का काम किया है। आम आदमी पार्टी आए दिन भाजपा के नए भ्रष्टाचार का खुलासा करती रहती है। बावजूद इसके भाजपा के नेता दिल्ली को लूटने से पीछे नहीं हट रहे। भाजपा को पता है कि दिल्ली की जनता आने वाले चुनाव में उन्हें एमसीडी से बाहर करने वाली है। इसलिए यह लोग नए-नए तरीकों से अपनी जेबें गरम करने में लग गए हैं। कभी इमारतों के अवैध निर्माण में पैसा खाते हैं, कभी ऊपर बैठे लोगों के भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए पैसा खाते हैं, कभी गरीबों और व्यापारियों से बेवजह टैक्स बढ़ाकर पैसा खाते हैं, इन्होंने कूड़े के जो तीन पहाड़ खड़े किए हैं उनकी सफाई में दिल्ली सरकार द्वारा दिया गया पैसा खाते हैं और अब एक नए भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है।
उन्होंने कहा, उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 2012 में सील किया गया एक मॉल अवैध तरीके से आज भी चल रहा है। न्यू डायमंड नाम से चर्चित यह बहुमंजिला मॉल करोलबाग जोन के अजमल खां रोड पर स्थित है। करोलबाग जोन ने इस इमारत को सभी तलों पर अवैध निर्माण के चलते 2012 में बुक कर लिया था। इसका मतलब है कि यह मॉल निगम के रिकॉर्ड के अनुसार कागजों में तो सील है, लेकिन इसमें बड़े-बड़े शोरूम खुलवाकर करोड़ों का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इस मामले ने साफ कर दिया है कि निगम में बैठे भाजपा नेताओं और ठेकेदारों के बीच बड़े स्तर पर सांठगांठ चल रही है। मुझे बताया गया है कि इस मामले में दिल्ली भाजपा के कुछ बड़े नेता शामिल हैं। जिसकी वजह से सीलिंग में टेंपरिंग की एफआईआर होने के बावजूद ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
आप पार्षद ने कहा, जब इस इमारत को सील किया गया तो अपनी पहुंच का फायदा उठाते हुए ठेकेदारों ने बिल्डिंग को डीसील कराने के बजाय खुद ही सील को तोड़ दिया था। लेकिन नगर निगम ने बिल्डिंग को फिर से सील किया गया था और प्रॉपर्टी के मालिकों के खिलाफ करोलबाग थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। लेकिन यह मॉल एक बार फिर दिल्ली के भाजपा नेताओं की मिलीभगत से खोल दिया गया और इस बिल्डिंग में बड़े-बड़े शोरूम खोल दिए। मुझे जानकारी मिली है कि जिन लोगों ने यह मॉल बनाया है, करोलबाग इलाके में इनकी ऐसी कई बड़ी प्रॉपर्टी हैं जिन्हें नियम और कानूनों को ताक पर रखकर बनाया गया है। लेकिन नगर निगम में बैठी भाजपा अपने लालच के चलते किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। निगम में भाजपा के मात्र 7-8 महीने ही बचे हैं जिसके चलते वह भ्रष्टाचार और लूट का एक मौका नहीं छोड़ रही है। भाजपा ने दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात किया है। लेकिन आम आदमी पार्टी आपकी गलत मंशाओं को कभी सफल नही होने देगी। हम पूरा प्रयास करेंगे कि इस मामले में सभी दोषियों की जांच हो और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा हो।