-18 में से 12 सांसद भी दिखा सकते हैं ठाकरे को ठेंगा
जे.के. शुक्ला/ मुंबईः 7 जुलाई, 2022
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुसीबतें घटने का नाम नहीं ले रही हैं। विधायकों की बगावत के बाद अब शिव सेना के पार्षदों ने भी बगावत शुरू कर दी है। गुरुवार को ठाणे नगर निगम के 67 में से 66 पार्षद शिंदे गुट में शामिल हो गए। इसके बाद ठाणे नगर निगम से उद्धव ठाकरे का नियंत्रण पूरी तरह से खत्म हो गया है।
ठाकरे की मुसीबतें यहीं खत्म नहीं होती नजर नहीं आ रही हैं। अब पार्टी के सांसदों के शिंदे गुट में शामिल होने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। बताया जा रहे हैं कि शिवसेना के 18 में से 12 सांसद एकनाथ शिंदे गुट के संपर्क में हैं। एक दिन पहले ही शिंदे गुट के विधायक गुलाबराव पाटिल ने दावा किया था कि पार्टी के 12 सांसद शिंदे गुट में शामिल होने की तैयारी में हैं। उनके इस दावे के बाद शिवसेना नेता आनंद राव ने शिवसेना से इस्तीफा दे दिया।
शिंदे के साथ हैं ये सांसद
शिंदे के खेमे में आने वाले शिवसेना सांसदों में सबसे पहला नाम उनके बेटे और कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे का है। उनके अलावा रामटेक से सांसद रामकृपाल तुमाने, हिंगोली से हेमंत पाटिल, शिर्डी से सदाशिव लोखंडे, यवतमाल से भावना गवली, दक्षिण-मध्य मुंबई से राहुल शेवाले, बुलढाणा से प्रतापराव जाधव, पालघर से राजेंद्र गावित, नासिक से हेमंत गोडसे, मावल से श्रीरंग बारणे और ठाणे से राजन विचारे के नामों की चर्चा है।
उ़़द्धव को मिल रहा 7 सांसदों का साथ
बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे खेमे में केवल 7 सांसद हैं, जिनमें दक्षिण मुंबई से अरविंद सावंत, उत्तर-पश्चिम मुंबई से गजानन कीर्तिकर, उस्मानाबाद से ओमराजे निंबालकर, हातकलंगणे से धैर्यशील माने, परभणी से संजय बंडू जाधव, कोल्हापुर से संजय मंडलिक और दादरा नगर हवेली से कलाबेन डेलकर के नाम शामिल हैं।
लोकसभा में चीफ व्हिप बदलने की मांग
अपने सांसदों को बचाने के लिए शिव सेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बड़ा दांव चला है। गुरुवार को संजय राउत ने बताया कि उद्धव ठाकरे के निर्देश के बाद पार्टी ने लोकसभा में अपने चीफ व्हिप को बदलने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा है। पार्टी ने अब रंजन विचारे को चीफ व्हिप के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया है।