कांग्रेस को आईना दिखा सकते हैं पर AAP का भला नहीं कर सकते अखिलेष!

-कंजरीवाल के समर्थन में दिल्ली में उम्मीदवार नहीं उतारेगी समाजवादी पार्टी
-दिल्ली विधानसभा में अभी तक कभी खाता नहीं खोल सकी है समाजवादी पार्टी

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली।
समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया अखिलेष यादव (Akhilesh Yadav) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के मखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को अपना अपने समर्थन का पूरा भरोसा दिलाया है। अखिलेष ने आप द्वारा दिल्ली में आयोजित महिला अदालत के मौके पर घोषणा की कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल को पूरा सहयोग करेगे और अपनी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव में नहीं उतारेंगे। अखिलेष यादव की इस घोषणा को दिल्ली के सियासी विश्लेषक हास्यास्पद मान रहे हैं। हालंाकि यह जरूर कहा जा रहा है कि अखिलेष यादव ने ऐसी घोषणा कांग्रेस को आईना दिखाने के लिए की है। कारण है कि उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने सपा उम्मीदवारों का बिना शर्त के समर्थन किया था। जबकि दिल्ली में अखिलेष यादव ने कांगे्रस के खिलाफ लड़ रही आम आदमी पार्टी का समर्थन किया है।
बता दें कि 2024 में ही हुए लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने हाथ मिलाकर हरियाणा और दिल्ली में समझौता करके चुनाव लड़ा था। परंतु कांग्रेस से हाथ मिलाने का फायदा दोनों ही राज्यों में आम आदमी पार्टी को नहीं हुआ। हरियाणा में आप 10 मेे से 1 सीट पर लड़ी थी और उसी पर हार गई थी। जबकि दिल्ली में कांग्रेस 7 में से 2 सीट और आप 5 सीट पर चुनाव लड़ी थी, परंतु दोनों ही दलों का लोकसभा में दिल्ली से खाता नहीं खुल सका। ऐसे में लोकसभा चुनाव के नतीजे आते ही आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ अपना समझौता खत्म करने की घोषणा कर दी थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भी आम आदमी पार्टी ने अपने 70 में से 70 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने भी 70 में से 21 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। ऐसे में सीधे तौर पर आप ने कांग्रेस को आईना दिखाने की कोशिश की है और अखिलेश यादव ने केजरीवाल का समर्थन करके कांग्रेस के साथ अपनी दूरी को भी स्पष्ट कर दिया है।
आप का भला नहीं कर सकते अखिलेश
सियासी जानकारों का कहना है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी पहले से इतनी मजबूत है कि उसे कांग्रेस की मदद की जरूरत नहीं है। अरविंद केजरीवाल खुद दिल्ली की सत्ता में कांग्रेस की भागीदारी नहीं चाहते हैं। वहीं अखिलेश यादव की सपा दिल्ली में अपना कोई वजूद नहीं रखती हैै। दिल्ली में समाजवादी पार्टी के पास ना तो अपना संगठन है और नाही कार्यकर्ता हैं। पिछले कई चुनावों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनसे पहने उनके पिता मुलायम सिंह यादव दिल्ली में अपनी जनसभाएं करते रहे हैं। परंतु अभी तक सपा दिल्ली विधानसभा में अपना खाता नहीं खोल पाई हैं। निगम चुनाव में भले ही कुछ पार्षद जीतते रहे हों परंतु अब अखिलेश यादव आप को वोटों के मामले में दिल्ली में केाई लाभ पहुंचा पाने की स्थिति में नहीं है।