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12 साल बाद बना राजा व गुरू का महासंयोग… जानिये किसके ऊपर होगी धन वर्षा

-22 अप्रैल को देव गुरू बृहस्पति करेंगे मेष राशि में गोचर

आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्लीः 21 अप्रैल, 2023।
इस वर्ष 22 अप्रैल 2023 को ज्योतिषीय गणना के लिहाज से महासंयोग बनने जा रहा है। इस दिन देवगुरु बृहस्पति मेष राशि में गोचर कर रहे हैं। जहां ग्रहों के राजा सूर्यदेव पहले से विराजमान हैं। इस दौरान मेष राशि में सूर्य उच्च के बने हुए हैं जबकि गुरु अपने मित्र सूर्य के साथ रहेंगे। इसकी वजह से इस महीने गर्मी का प्रकोप तेजी से बढ़ेगा। कई राशियों का यह महासंयोग बहुत लाभकारी रहेगा। गोचरकाल के दौरान कई राशियों के जातकों को नौकरी में इंक्रीमेंट, व्यवसाय में तरक्की व राजनीतिक स्तर पर ऊंचाइयां हासिल होंगी।
ज्योतिष विशेषज्ञों के मुताबिक सूर्य आत्मा का कारक है तो तेज, बल, पराक्रम, साहस और प्रभाव का प्रतीक होता है। जबकि गुरु ज्ञान, धर्म, न्याय, नीति, कुशल महत्वकांक्षी होता है। गुरु सूर्य का मेष राशि में महामिलन लगभग 12 साल बाद होने जा रहा है। जिस जातक के समय में यह योग आता है। वह जातक अत्यंत प्रभावशाली व्यक्ति, धर्म-कर्म के मामले में सजग रहने वाला, न्याय प्रिय एवं कुशल राजनीतिज्ञ भी होता है। वहीं सामाजिक स्तर पर गुरु और सूर्य के संयोग से धार्मिक भावना बढ़ेगी। सालों से अटके न्याय संबंधित कार्यों में सफलता मिल सकती है। न्यायपालिका और अधिक सजग होती नजर आती है।
आप भी जानिये राजा और गुरू के इस महामिलन से विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव होगाः
मेषः गुरु की दृष्टि आपके पंचम और नवम भाव पर पड़ेगी। इस राशि में बृहस्पति 12 साल बाद प्रवेश कर रहा है। इसके साथ ही गुरू का सहयोग भी सूर्य के साथ इसी राशि में है। जिसके चलते इस राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ होगा। इस दौरान सूर्य उच्च का होने के चलते लोगों में ऊर्जा का संचार अधिक होगा जिससे और अधिक काम व अपने काम के प्रति अच्छे प्रदर्शन करेंगे। लोगों का व्यवहार भी आपके प्रति बदला होगा। अच्छे कार्य और अच्छे व्यवहार के चलते व सूर्य गुरु के प्रभाव के चलते आपको काम में प्रमोशन या और अच्छे विकल्प मिलेंगे। इसके साथ ही आपके कार्यक्षेत्र में भी आप का प्रभाव बढ़ेगा।
वृषभः यह गोचर आपकी राशि के 12वें भाव से होने जा रहा है। विदेश यात्रा या संपत्ति/कार खरीदने के लिए अच्छा समय है। इस राशि के जातकों के लिए भी सूर्य-गुरु का संयोग काफी लाभकारी होगा। इसी के चलते लंबे समय से बिगड़े आ रहे संबंधों में भी सुधार के संकेत हैं। साथ ही बाहरी संबंधों में भी लाभ के आसार बन रहे हैं।
मिथुनः आपकी राशि में यह गोचर 11वें भाव में होगा, जो मनोकामना पूर्ति का भाव है। बृहस्पति आपके तीसरे भाव पर दृष्टि डाल रहा है जो यात्रा के नए अवसर देता है। आपके लिए नए यू ट्यूब चैनल या सोशल मीडिया से जुड़ी कोई भी चीज़ शुरू करने के लिए अच्छा समय है। सूर्य गुरु की युति मिथुन राशि के लिए काफी लाभप्रद है। इस दौरान आपको नौकरी के अच्छे विकल्प मिल सकते हैं। इनकम में भी अच्छी ग्रोथ मिलेगी तो वहीं आपसी संबंध भी अच्छे होंगे, परिवार का सहयोग भी मिलेगा।
कर्कः कर्क राशि वालों के लिए यह गोचर दशम भाव में होने जा रहा है, जो व्यवसाय या कर्म का भाव है। इस राशि के जातकों पर सूर्य व गुरु की युति का काफी प्रभाव रहेगा। इस दौरान करियर में तरक्की मिलेगी तो वहीं व्यापार में भी लाभ होगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, मुनाफा अधिक होगा।
सिंहः सिंह राशि या सिंह लग्न के जातकों के लिए गुरू का गोचर नवम भाव में होगा। पिछले एक साल से काम पर अपने वरिष्ठों व अपने पिता के साथ अपने घर पर और किसी के साथ भी बहुत मतभेद का सामना कर रहे हैं। अब इस स्थिति में सुधार आयेगा। इस राशि के जातक अपने आप में एक वर्चस्व रखते हैं। तो वहीं इन्हें सूर्य और गुरु का साथ मिलेगा। जो कि जीवन को सफलताओं से भरेगा, क्योंकि इस राशि के स्वामी भी सूर्य ही हैं। आपकी नकारात्मकता का भी सकारात्मकता में बदलाव होगा। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं घर के बुजुर्गों से संबंध अच्छे होंगे।
कन्याः कन्या लग्न या कन्या राशि के जातकों के लिए गुरू का गोचर आठवें भाव में हो रहा है। इस राशि पर सूर्य और गुरु के संयोग से नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस राशि के जातकों को अपने जीवन साथी की चिंता करनी होगी। उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा नहीं तो समस्या हो सकती है।
तुलाः तुला राशि वालों के लिए यह गोचर सप्तम भाव में होगा। सूर्य व गुरु का मिलन इस राशि के जातकों के लिए भी अच्छा साबित होगा। इस दौरान शत्रु पक्ष से शांति का भाव मिलेगा इसके साथ ही पुराने विवाद से छुटकारा मिलने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।
वृश्चिकः वृश्चिक राशि वालों के लिए गोचर आपके छठे भाव से होगा। इस राशि के जातकों को थोड़ा ध्यान रखने की आवश्यकता है। अपनी वाणी पर कड़ी सतर्कता रखनी होगी, नहीं तो काम बिगड़ सकते हैं। कृपया भगवान की पूजा व ध्यान करें।
धनुः धनु लग्न या धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर पंचम भाव में होगा। धनु राशि के लिए सूर्य व गुरु की युति काफी लाभकारी है। इस दौरान इस राशि के जातकों की सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी, सुख सुविधाओं के साधन बढ़ेंगे और आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी।
मकरः मकर चंद्र राशि या मकर लग्न के लिए यह गोचर चतुर्थ भाव में होगा। मकर राशि के जातकों को विशेष ध्यान देना होगा इस दौरान राजनीतिक बाधाएं आएंगी और मकान, जमीन संबंधी मामलों में भी ध्यान देने की आवश्यकता है। रुकावटें आ सकती हैं। कोई भी निर्णय सोच समझ कर लें।
कुंभः कुंभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर तीसरे भाव में होगा। यदि आप यू ट्यूब चैनल या इंस्टाग्राम पेज की तरह कुछ ऑनलाइन शुरू करना चाहते हैं, इनके लिए अच्छा समय है। इस राशि के जातकों पर इस संयोग का बुरा प्रभाव पड़ेगा। आर्थिक मामलों में कोई भी निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह मंथन करें। सतर्कता रखनी होगी। नुकसान हो सकता है। कृपया धैर्य बनाये रखें।
मीनः आपकी राशि में गुरू का गोचर दूसरे भाव में होगा। मीन राशि के जातकों को अपनी आहारचर्या पर फिर से विचार करने का अच्छा समय है। आपकी आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा समय है। अगर आप नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो आगे अच्छे अवसर मिलेंगे। व्यापार में उन्नति के योग बन रहे हैं। बुजुर्गों का आशीर्वाद रहेगा। पिता से भी सहयोग मिलेगा। व्यवसाय में सुगम लाभ के संकेत हैं।
(यह आलेख भारतीय सनातन परंपरा एवं ज्योतिषीय सिद्धांतों पर आधारित है और जनरूचि को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके लिए कोई विशेष दावा नहीं है। अपने समाचार, लेख एवं विज्ञापन छपवाने हेतु संपर्क करेंः- ईमेलः newsa2z786@gmail.com मोबाइलः 9810103181)