-बीजेपी की एमसीडी की सत्ता में वापसी निश्चित, कांग्रेस की ओर से रस्म अदायगी की कोशिश
-आप के हिस्से में आएगी विपक्ष की जिम्मेदारी, बीजेपी का होगा नेता सदन
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 24 अप्रैल।
शुक्रवार को दिल्ली के मेयर का चुनाव होगा और इसी के साथ दिल्ली नगर निगम में सत्ता और विपक्ष की भूमिका भी बदल जायेगी। खास बात है कि आम आदमी पार्टी ने पहले ही मेयर एवं डिप्टी मेयर के चुनाव में हिस्सा लेने से मना करते हुए नामांकन प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया था। गुरूवार को एक बार फिर आप नेता सामने आये और उन्होंने शुक्रवार को होने वाले मेयर के चुनाव की प्रक्रिया के बहिष्कार का ऐलान किया। इससे भी खास बात है कि इस प्रेस वार्ता में आप कोई बड़ा नेता दिखाई नहीं दिया, बल्कि पूर्व मेयर शैली ओबरॉय, पार्षद अंकुश नारंग और नेता सदन मुकेश गोयल नजर आये। माना जा रहा है कि आप नगर निगम के नेतृत्व में परिवर्तन कर सकती है।
शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के पार्षद मेयर के चुनाव की प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेंगे। ऐसे में बीजेपी के लिए मेयर एवं डिप्टी मेयर का चुनाव जीतना बेहद आसान होगा। हालांकि वोटों के आंकड़े की बात करें तो बीजेपी इस मामले में आप के मुकाबले में बहुत आगे हैं। हालांकि कांग्रेस ने मेयर एवं डिप्टी मेयर पद के लिए अपने पार्षदों के नामांकन दाखिल कराये हैं। परंतु वोटों के आंकड़े के मामले में कांग्रेस बेहद अल्पमत में है। 2022 में कांग्रेस के 250 में से केवल 9 निगम पार्षद जीतकर आये थे। उनमें से एक पार्षद आप में शामिल हैं और दो अन्य पार्षदों की स्थिति भी डांवाडोल है। ऐसे में बीजेपी के राजा इकबाल सिंह का मेयर और जयभगवान का डिप्टी मेयर बनना तय है।
चुनाव के साथ बदलेगी सत्ता एवं विपक्ष की भूमिका
शुक्रवार को मेयर एवं डिप्टी मेयर के चुनाव के साथ ही नगर निगम में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष की भूमिका बदल जायेगी। यदि बीजेपी के राजा इकबाल सिंह और जयभगवान मेयर एवं डिप्टी मेयर चुने जाते हैं तो निगम में सत्ता की चावी बीजेपी के पास आय जायेगी। इसके साथ बीजेपी का नेता सदन एवं उप नेता सदन भी बनया जायेगा। इसके साथ ही आप के पास मुख्य विपक्षी दल की जिम्मेदारी आ जायेगी। ऐसे में आप को अपने नेता प्रतिपक्ष एवं उप नेता प्रतिपक्ष की घोषणा करनी होगी।
आप में नेतृत्व परिवर्तन की कवायद
मेयर के चुनाव और संभावित नतीजों के साथ ही आम आदमी पार्टी में नगर निगम के नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। गुरूवार को जिस तरह से आम आदमी पार्टी ने अपने मेयर महेश कुमार व डिप्टी मेयर रविंद्र भारद्वाज के बजाय पूर्व मेयर शैली ओबरॉय और अंकुश नारंग को आगे किया है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आप वर्तमान नेता सदन मुकेश गोयल की जगह अपने नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी किसी अन्य निगम पार्षद को दे सकती है।