स्थायी समिति व वार्ड समितियों के चुनाव पर चर्चा से भागी AAP, सदन की बैठक में हंगामा, BJP ने साधा निशाना

-निगम सदन में शोक प्रस्ताव की परंपरा तोड़ती नज़र आयी आम आदमी पार्टी, सदन की गरिमा को किया तार तारः राजा इकबाल सिंह
-डीबीसी कर्मियों की हड़ताल, प्रॉपर्टी टैक्स में बढ़ोतरी, कूड़े के पहाड़ों के निस्तारण पर चर्चा से आप ने पल्ला झाड़ः नेता विपक्ष
-विभिन्न मुद्दों पर चर्चा को लेकर विपक्ष के हंगामे को लेकर नहीं चल सकी निगम सदन की बैठक, शोर-शराबे के बीच एजेंडा पास

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 31 जुलाई।
स्थायी समिति एवं वार्ड समितियों के चुनाव, डीबीसी कर्मियों की हड़ताल, प्रॉपर्टी टैक्स में बढ़ोतरी और कूड़े के पहाड़ों के निस्तारण पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच सोमवार को दिल्ली नगर निगम की बैठक कुछ मिनट ही चल सकी। महापौर शैली ओबरॉय को शार-शराबे के बीच एजेंडा पास कराने की बात कहनी पड़ी। खास बात यह रही कि निगम सदन की बैठक में एक बार फिर से तनाव जैसी स्थिति दिखाई पड़ी।
दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने कहा कि निगम के सदन में जहाँ आम नागरिकों के हितों व विकास कार्यों पर चर्चा होनी चाहिए वहाँ आम आदमी पार्टी अपना राजनीतिक उल्लू सीधा करने के लिए चर्चा से भागते नज़र आती है। आम आदमी पार्टी ने निगम सदन में शोक प्रस्ताव की परम्परा को भी तार तार कर दिया। आम आदमी पार्टी ने अपना शोक प्रस्ताव रखने के बाद नेता विपक्ष को शोक प्रस्ताव पढ़ने का मौक़ा तक नहीं दिया और जिस प्रकार शोक प्रस्ताव निगम सदन में रखा गया वो पूर्णतः ग़लत था। इस पर भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने पर आम आदमी पार्टी की महापौर निगम सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर कर चली गई और सदन जब दोबारा प्रारंभ हुआ तो आम आदमी पार्टी की महापौर ने विरोध प्रदर्शन के बीच में बिना चर्चा के सीधा एजेंडा पास करवा दिया। ये पूरा घटनाक्रम यह दर्शाता है कि आम आदमी पार्टी नागरिकों के हितों में लिए जाने वाले फैसलों पर चर्चा नहीं करना चाहती।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आज निगम सदन में केजरीवाल सरकार द्वारा अपने बजट में दिल्ली नगर निगम को कूड़े के पहाड़ों के निस्तारण के लिए 850 करोड़ रुपये ऋण देने के वादा पर, ट्रांसफर ड्यूटी में बढ़ाएं गए 1 फीसदी टैक्स के कारण नागरिकों पर पड़े बोझ पर, मच्छरजनित डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के बढ़ते प्रकोप पर, डीबीसी कर्मचारियों की हड़ताल पर व स्थायी समिति व वार्ड समिति के चुनावों पर चर्चा होनी थी मगर आम आदमी पार्टी की महापौर व पार्षद इन चर्चाओं से भागते नज़र आए।
राजा इकबाल सिंह ने बताया कि निगम सदन में दिल्ली में डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए भी महत्वपूर्ण चर्चा होनी थी। इस चर्चा से बचने के लिए आम आदमी पार्टी ने सदन नहीं चलने दिया व महापौर इतनी संवेदनशील चर्चा पर बात करने से भागते नज़र आयी। उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम ने अभी तक बलचीमदवजीतपदम डी-लार्वा मच्छर रोधी दवाएँ अभी तक नहीं ख़रीदी है इतना ही नहीं निगम द्वारा अभी तक मात्र 12,000 लीटर केरोसिन ही ख़रीदा गया है। जबकि आम आदमी पार्टी के आंकड़ों के अनुसार 5,68,000 घरों में भी केरोसिन और बलचीमदवजीतपदम का छिड़काव किया गया है ये दावे केवल काग़ज़ी दावे हैं। उन्होंने बताया कि एक ओर आम आदमी पार्टी मच्छर विरोधी दवाइयां नहीं ख़रीद रही है वहीं दूसरी ओर ये लोग बड़े बड़े विज्ञापनों के माध्यम से अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं और निगम का पैसा नागरिक को जागरूक करने में नहीं विज्ञापनों में पर बर्बाद किया जा रहा है।
राजा इकबाल सिंह ने बताया कि आज निगम सदन में स्थायी समिति व वार्ड समिति के चुनावों को लेकर चर्चा होनी थी मगर आम आदमी पार्टी इन चुनावों पर चर्चा करने से लगातार भागते नज़र आ रही है। उन्होंने बताया कि पिछले सदन में भी भाजपा पार्षदों द्वारा स्थायी समिति व वार्ड समिति के चुनावों पर चर्चा करने के लिए मुद्दा उठाया गया था तब भी आम आदमी पार्टी आज की तरह भागती नज़र आयी थी।
राजा इकबाल सिंह ने बताया कि इन सभी मुद्दों पर चर्चा करने से बचने के लिए आम आदमी पार्टी की महापौर सदन से भाग गई। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी को नागरिक हितों से कोई सरोकार नहीं है ये लोग बस चुनावों में बड़े बड़े वादे करते हैं और समय आने पर उन वादों को पूरा करने से भागते हैं।