2016 में AAP के मंत्री ने किया बलात्कार और 2023 में मंत्री के OSD ने किया नाबालिग का शिकार: BJP

-पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत का ओएसडी के खिलाफ एफआईआर

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली, 21 अगस्त।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) सचिव बांसुरी स्वराज (Bansuri Swaraj) ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल कल्याण विभाग के उपनिदेशक प्रेम उदय खाका (Prem Uday Khaka) द्वारा एक नाबालिग लड़की के यौन शोषण की भयावह घटना पर दुख व्यक्त किया। प्रेम उदय भूतपूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत के ओएसडी के रूप मे काम करते थे।
बांसुरी स्वराज ने कहा कि भाजपा इस घटना की कड़ी निंदा करती है, जो एक तरफ समाज में सामाजिक मूल्यों की गिरावट को दर्शाता है। दूसरी ओर यह दर्शाता है कि कैसे शक्तिशाली लोग अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ऐसी वीभत्स घटनाओं को अंजाम देते हैं। उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर इस मामले में आरोपी उपनिदेशक खाका को मंत्री कैलाश गहलोत से ताकत मिली है और उन्हें भी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए। इस मौके पर दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर और प्रवक्ता शिखा राय भी उपस्थित थे।
बांसुरी स्वराज ने उपनिदेशक प्रेम उदय खाका को मंत्री कैलाश गहलोत का ओएसडी नियुक्त करने का दस्तावेज दिखाया, जिसमें हस्ताक्षरकर्ता अधिकारी ने स्पष्ट कहा है कि मंत्री की इच्छा है कि खाका को उनका ओएसडी नियुक्त किया जाये। उन्होंने कहा कि इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि नाबालिग लड़की के शोषण की वर्तमान घटना का आरोपी मंत्री कैलाश गहलोत का करीबी था और उसने मंत्री के ओएसडी के रूप में काम करते हुए अपराध किया था।
बांसुरी स्वराज ने अनावश्यक ट्वीट करके और नाटकीय धरने पर बैठकर मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश करने के लिए डी.सी.डब्ल्यू. अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की निंदा की। डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष होने के नाते मालीवाल को संवेदनशीलता से काम करना चाहिए और दिल्ली पुलिस को उचित कानूनी कार्रवाई करने की अनुमति देनी चाहिए।
दिल्ली पुलिस ने 13 अगस्त को इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की और संबंधित विभाग को सूचित किया जहां आरोपी उप निदेशक खाका कार्यरत थे, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि दिल्ली सरकार ने खाखा को निलंबित करने का आदेश देने में सात दिन लगा दिए। यदि यह मान लिया जाए कि मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा ओएसडी के रूप में चुने गए खाका को आज तक मंत्री द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है तो गलत नहीं होगा। डी.सी.डब्ल्यू. अध्यक्ष मालीवाल को दिल्ली सरकार से पूछना चाहिए कि उप निदेशक खाका को निलंबित करने का आदेश देने में सात दिन क्यों लग गए।
शिखा राय ने जघन्य अपराध के मामले में गंदी राजनीति करने के लिए स्वाति मालीवाल की निंदा की और कहा कि दिल्ली ने बार-बार देखा है कि जब आरोपी किसी न किसी तरह से आम आदमी पार्टी से जुड़े होते हैं तो मालीवाल उन्हें बचाने के लिए हर संभव कोशिश करती हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की मांग है कि सुश्री स्वाति मालीवाल को गंदी राजनीति करने के बजाय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दिल्ली सरकार इस भयावह घटना की फास्ट ट्रैक सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत का गठन करे।
मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने कभी भी महिला एवं बाल कल्याण विभाग को उस ईमानदारी से नहीं लिया, जिस गंभीरता से लेना चाहिए। 2016 में, हमने महिला एवं बाल कल्याण मंत्री संदीप कुमार को एक महिला के साथ बलात्कार करते देखा और आज हम एक ऐसे व्यक्ति को देखते हैं जो मंत्री के ओएसडी के रूप में काम करता था और एक नाबालिग लड़की का शोषण कर रहा था।