-आप पर संकट भारी… बागियों को मनाने की कोशिशें जारी
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 18 अप्रैल।
इस बार दिल्ली के मेयर का चुनाव (Mayor Election) आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए बड़ा संकट लेकर आया है। 26 अप्रैल को मेयर और डिप्टी मेयर के पद के लिए चुनाव होना है और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पार्टी में दो फाड़ हो सकते हैं। कारण है कि डिप्टी मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी के तीन निगम पार्षदों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किये हैं। इनमें से रविंद्र भारद्वाज के नाम की आधिकारिक घोषणा पार्टी की ओर से की गई है, जबकि दो अन्य निगम पार्षदों ने पार्टी नेतृत्व के साथ बगावत करते हुए अपने नामांकन पत्र दाखिल किये हैं। फिलहाल दोनों बागी पार्षदों को मनाने की कोशिशें जारी हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि आप के एक और निगम पार्षद ने मेयर के पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने की तैयारी कर ली थी, परंतु वह समय से सिविक सेंटर नहीं पहुंच सके, जिसकी वजह से उनका नामांकन पत्र दाखिल नहीं हो सका। गुरुवार को मेयर पद के लिए बीजेपी (BJP) और आप की ओर से कुल 2 और डिप्टी मेयर के लिए कुल 4 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किये।
गुरुवार को आम आदमी पार्टी की ओर से अधिकृत तौर पर मेयर पद के लिए महेश खींची और डिप्टी मेयर पद के लिए रविंद्र भारद्वाज ने सिविक सेंटर स्थित निगम सचिव कार्यालय में पहुंच कर अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किये। वहीं डिप्टी मेयर पद के लिए आप के ही बगावती निगम पार्षद विजय कुमार और नरेंद्र गिरसा ने भी अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिये। इसके बाद आप नेताओं की ओर से उन्हें मनाने का सिलसिला शुरू हो गया है। देर रात तक पार्टी के कई नेता दोनों निगम पार्षदों के घर पर उन्हें मनाने में जुटे रहे।
आप से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पार्टी के निगम पार्षदों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि पिछले डेढ़ वर्ष में आप ने दो-तीन निगम पार्षदों को छोड़कर किसी भी पार्षद को आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया है। वहीं मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए नाम तय करते समय भी पार्षदों को भरोसे में नहीं लिया गया। सूत्रों का यह भी कहना है कि दिल्ली सरकार में मंत्री रहे राजकुमार आनंद द्वारा पार्टी नेतृत्व के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पार्टी व मंत्री पद छोड़े जाने के बाद कई पार्षदों का विश्वास आप नेतृत्व पर से डगमगाने लगा है। यही कारण है कि निगम पार्षदों में अपने लिए असुरक्षा की भावना घर करने लगी है।