-बाद में इंद्रपुरी पुलिस थाने में रफा-दफा हुआ मामला
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 28 दिसंबर।
पारदर्शिता का दम भरकर दिल्ली नगर निगम (MCD) की सत्ता में आई आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों के भ्रष्टाचार के कच्चे चिट्ठे खुलने लगे हैं। आप की एक निगम पार्षद के द्वारा निगम के इंजीनियरों पर दबाव बनाकर पैसे मांगने का एक और मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया था, परंतु बाद में जेई पर दबाव बनाकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
एक निगम अधिकारी ने बताया कि इंद्रपुरी वार्ड से निगम पार्षद ज्योति गौतम और उनके पति भवन विभाग के एक इंजीनियर से लंबे समय से पैसों की मांग करते आ रहे थे, परंतु जेई लगातार टालता आ रहा था। इसके बाद दोनों ने जोन के वरिष्ठ अधिकारियों से जेई के ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसके पश्चात जेई ने बातचीत के लिए निगम के स्टोर पर पार्षदा और उनके पति को बुला लिया।
अधिकारी के मुताबिक निगम के स्टोर पर AAP पार्षदा ने जेई से 5 लाख रूपये की मांग की, जब जेई ने मना किया तो उसके साथ हाथापाई भी की गई, इसके बाद जेई भागकर इंद्रपुरी थाने पहुंच गया और वहां जाकर पार्षदा ज्योति और उनके पति की शिकायत कर दी। ऐसे में इंद्रपुरी पुलिस ने पार्षदा और उनके पति को थाने बुला लिया। पुलिस थाने में देर रात तक दोनों पक्षों में खींचतान चलती रही। बाद में जेई के ऊपर दबाव बनाकर उसे शिकायत नहीं करने के लिए मजबूर कर दिया गया।
रेहड़ी-पटरी वालों से हो रही वसूली
बताया जा रहा है कि पार्षद के नाम से रेहड़ी-पटरी वालों से वसूली की जाती है और निगम के कर्मचारी वसूली करके पार्षद तक पहुंचाते हैं। आरोप है कि इसी तरह से भवन विभाग के जेई के ऊपर 5 लाख रूपये हर महीने लाकर देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। परंतु जेई अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंच गया था। बताया जा रहा है कि पार्षदा ज्योति और उनके पति के ऊपर पार्टी के ही एक वरिष्ठ नेता का हाथ है, जिसकी वजह से पार्षदा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बीजेपी ने निकाल दिये थे अपने पार्षद
इसी तरह के भ्रष्टाचार के आरोप सामने आने पर भारतीय जनता पार्टी ने 2017 से 2022 के दौरान अपने 6 पार्षदों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उस समय बीजेपी पार्षदों के ऊपर उगाही के आरोप लगे थे, पार्टी ने उन पार्षदों के खिलाफ जांच की थी और आरोपों में सच्चाई पाये जाने पर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया था।
पहले भी आते रहे हैं आप पार्षदों के भ्रष्टाचार के मामले
इंद्रपुरी वार्ड से आप पार्षद के द्वारा जेई पर रूपये देने के लिए दबाव बनाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी नागलोई से आप पार्षदा हेमलता लाड़ला ओर उनके पति के ऊपर संपत्ति कर विभाग के एक इंसपेक्टर को पैसे की मांग करते हुए अगवा करने का आरोप लगा था। यह मामला भी पुलिस तक पहुंचा था। इससे पूर्व आप पार्षद संतोष पप्पू छिलवाल और उनके पति के ऊपर हॉर्टिकल्चर विभाग के एक कर्मचारी के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था, यह मामला वेस्ट पश्चिम विहार थाने में दर्ज है।
BJP ने की AAP पार्षदों के भ्रष्टाचार की जांच की मांग
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय को पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी पार्षदों के दुराचार की ओर ध्यान दिलाते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि कल 27 दिसंबर की शाम इंद्रपुरी से आम आदमी पार्टी पार्षद ज्योति गौतम एवं उनके पति ने क्षेत्रीय भवन विभाग के जूनियर इंजीनियर से पैसे की मांग को लेकर मारपीट की, जिसके बाद मामला इंद्रपुरी थाने पहुंचा जहां देर रात दोनों के बीच समझौता हुआ।
प्रवीणा शंकर कपूर ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पूर्व नांगलोई से निगम पार्षद हेमलता लाडला और उनके पति ने एक संपत्ति कर इंस्पेक्टर से पैसे की मांग की थी और इंस्पेक्टर को अगवा कर लिया था जिसके बाद पुलिस केस बना। इसी तरह एक अन्य पार्षद श्रीमती संतोष पप्पू छिलवाल एवं उनके पति ने हॉर्टिकल्चर विभाग के एक कर्मचारी के साथ मारपीट की जो मामला अब वेस्ट पश्चिम विहार थाने में है।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कुछ आम आदमी पार्टी एवं उसके समर्थक निर्दलीय पार्षद भ्रष्टाचार के नित नये आयाम नगर निगम में बना रहे हैं। जंगपुरा, बादली, नजफगढ़, पटेल नगर, कुछ ऐसी विधानसभायें हैं जहां के सत्ताधारी पार्षदों ने वार्ड से उगाही के लिये अपनी निजी फौज खड़ी कर दी है, वे क्षेत्र में तैनात निगम इंस्पेक्टरों या जूनियर इंजीनियरों को काम नहीं करने देते और अवैध निर्माण, अतिक्रमण, रेहणी-पटरी हर क्षेत्र से इनकी निजी फौज उगाही करती है।