दिल्ली बीजेपी के लिए शर्मसार करने वाले हालातः जिला कार्यालय से उतारना पड़ा पीएम मोदी का होर्डिंग

-पेपर मार्केट में जिला कार्यालय बनाकर बुरी फंसी बीजेपी, वापस लगाना पड़ा पेपर कारोबार का बोर्ड
-11 फरवरी 2019 को किया गया था मयूर विहार जिला कार्यालय का उद्घाटन
-मयूर विहार फेज-3 के पास पेपर मार्केट की प्रॉपर्टी संख्या 661 में बनाया था कार्यालय

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के लिए शर्मसार करने वाली खबर है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा पेपर कारोबारियों को अलॉट की गई सरकारी जमीन पर अपना जिला कार्यालय बनवाकर दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह से फंस गई है। बीजेपी नेताओं ने इस कार्यालय का उद्घाटन बड़े जोर-शोर से किया था, लेकिन अब पार्टी को यहां से अपने होर्डिंग-पोस्टर तक हटाने पड़ गये हैं। हालात यहां तक बन गये कि पार्टी के नेताओं को यहां बीजेपी का बोर्ड हटाकर पारश नाथ एसोसिएट्स का बोर्ड लगाना पड़ गया। पार्टी नेतृत्व को शर्मसार करने वाली बात तो यह है यहां से पीएम मोदी की लगाई गई बड़ी फोटो भी हटानी पड़ गई। जल्दबाजी में पार्टी का चुनाव चिन्ह और जिला कार्यालय का बोर्ड तो हटा लिया गया लेकिन लोहे के एंगल और फ्रेम को नहीं हटा सके।

उद्घाटन के दिन मयूर विहार जिला कर्यालय का दृश्य

बता दें कि वर्षों पहले डीडीए ने गाजीपुर इलाके में चावड़ी बाजार के कागज कारोबारियों को अपने गोदाम आदि बनाने के लिए जगह अलॉट की थी। शर्तों के मुताबिक यहां केवल कागज या इससे संबंधित कारोबार ही किया जा सकता है। इस जमीन का उपयोग किसी अन्य कार्य के लिए नहीं किया जा सकता। लेकिन करीब ढाई वर्ष पहले प्रॉपर्टी संख्या ़661 को खरीदकर दिल्ली बीजेपी ने अपना मयूर विहार जिला का कार्यालय बना लिया था। पार्टी के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस कार्यालय का उद्घाटन 11 फरवरी 2019 को बड़ी धूमधाम के साथ किया था।

शुक्रवार 3 सितंबर को मयूर विहार जिला कर्यालय का दृश्य

बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने पेपर मार्केट में अपना कार्यालय अनाधिकृत तौर पर बनाया है। इस स्थान का उपयोग पेपर कारोबार के अलावा किसी दूसरे काम के लिए नहीं किया जा सकता। बीजेपी द्वारा अनधिकृत रूप से अपना कार्यालय पेपर मार्केट में बनाये जाने की शिकायत दिल्ली विकास प्राधिकरण में की गई थी। इसके पश्चात डीडीए के कुछ अधकारियों को शुक्रवार 3 सितंबर को गाजीपुर पेपर मार्केट जाकर इस शिकायत का सत्यापन करना था। जिसकी वजह से बीजेपी नेताओं को यहां से मोदी जी के फोटो के साथ जिला कार्यालय का बोर्ड भी उतरवाना पड़ गया।
सिद्धार्थन ने ली बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो और जिला कार्यालय का बोर्ड हटाने के बाद शुक्रवार 3 सितंबर को प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन ने इसी कार्यालय में विभिन्न मंडलों के पदाधिकारियों की बैठकें लीं। बताया जा रहा है कि बीजेपी नेताओं को यह पहले से पता था यहां पार्टी का कार्यालय बनाया जाना गैरकानूनी है, लेकिन फिर भी केंद्र सरकार की सत्ता की हनक में इस काम को अंजाम दिया गया। प्रतिक्रिया के लिए पार्टी के कई पदाधिकारियों व प्रवक्ताओं से संपर्क किया गया, लेकिन कोई भी बोलने को तैयार नहीं हुआ।