SDMC: सवा करोड़ की मशीन… ढाई करोड़ का मेंटेनेंस… 10 करोड़ दांव पर!

-इलेक्ट्रिकल स्वीपर मशीनों की खरीद पर उठे सवाल
-खुद सत्ता पक्ष के पार्षदों को नहीं भाया सौदा

शक्ति सिंह/ नई दिल्ली
आर्थिक तंगी का सामना कर रहे नगर निगमों में लगतार ऊज-जुलूल फैसले सामने आ रहे हैं। एक ओर दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नेता लगतार फंड के लिए आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार को निशाना बना रहे हैं। दूसरी ओर खुद के शासन वाले नगर निगमों में सरकारी खजाने को खुले हाथों से लुटाने का खेल जारी है। ताजा मामला 4 नई इलेक्ट्रिकल स्वीपर मशीनें खरीदे जाने से संबंधित है। इस मामले में मशीनों की कीमत करीब पौने पांच करोड़ रूपये के अलावा 10 करोड़ रूपये अलग से दांव पर लगे हैं। इन मशीनों की खरीद पर आम आदमी पार्टी ने कड़ा ऐतराज जताया है।

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बता दें कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम अपने चार जोन के लिए चार नई इलेक्ट्रिकल स्वीपर मशीनें खरीद रहा है। इस प्रस्ताव को मंगलवार को हुई स्थायी समिति की बैठक में स्वीकृति दे दी गई। इनमें से हर स्वचालित इलेक्ट्रिकल स्वीपर मशीन की कीमत 1 करोड़, 18 लाख, 12 हजार 500 रूपये है। इसके अनुसार चार मशीनों की कीमत 4 करोड़, 72 लाख 50 हजार रूपये होगी। इसके साथ ही इनके पांच साल के संचालन एवं रखरखाव पर 10 करोड़ 26 हजार 280 रूपये खर्च किये जायेंगे।
आश्चर्य की बात है कि किसी भी नई गाड़ी या मशीन को खरीदने पर एक या दो साल के लिए उसकी गारंटी या वारंटी होती है। लेकिन स्थायी समिति में लाये गये प्रस्ताव में इस तरह की गारंटी या वारंटी का कोई जिक्र ही नहीं किया गया और खरीदारी के बाद सीधे पांच साल के लिए संचालन और मेंटेनेंस का ठेका दे दिया गया है। यहां तक कि बीजेपी के ही कई पार्षदों ने इन मशीनों की खरीदारी के बजाय छोटी रोड स्वीपिंग मशीनों की खरीदारी का सुझाव दिया। इसके बावजूद इन चार मशीनों की खरीदारी की स्वीकृति दे दी गई है।

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स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान सदस्य व बीजेपी पार्षद राजदत्त गहलोत ने बैठक में कहा कि यह मशीनें महंगी हैं और छोटी सड़कों पर उपयोगी नहीं हैं। इसलिए इनके बजाय छोटी मशीनें खरीदी जानी चाहिए। छोटी मशीनें इन एक बड़ी मशीन की कीमत में पांच आ सकती हैं। जिससे ज्यादा बड़े स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा सकता है। यह मशीन एक जोन में एक ही होगी, जबकि यदि छोटी मशीनें खरीदी जाती हैं तो एक जोन में पांच मशीनें हो जायेंगी, जिससे कि उतने ही खर्च में ज्यादा काम किया जा सकता है। राजदत्त के प्रस्ताव का समर्थन अन्य पार्षदों ने भी किया। लेकिन उन्हें अध्यक्ष बीके ओबेरॉय ने यह कहकर सभी को चुप करा दिया कि सभी लोग एक साथ खरीदारी से मना करें।
आप ने जताया विरोध, बताया घोटाला
आम आदमी पार्टी ने इन 4 इलेक्ट्रिकल स्वीपर मशीनों की खरीदारी पर कड़ा एतराज जताया है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में प्रतिपक्ष के नेता और आम आदमी पार्टी के पार्षद प्रेम चौहान ने कहा कि कोई भी मशीन या गाड़ी खरीदी जाये तो एक या दो साल की उसकी गारंटी होती है। लेकिन बीजेपी नेताओं ने बिना गारंटी के ही इन मशीनों को खरीदने का फैसला कर लिया है। एक मशीन एक करोड़ 18 लाख रूपये की है, लेकिन उनकी मेंटेनेंस ढाई करोड़ की पड़ रही है। बीजेपी नेता आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। चार मशीनें खरीदते ही उनके मेंटेनेंस पर 10 करोड़ की मंजूरी दी गई है। यह सरकारी धन का दुरूपयोग है। एक ओर बीजेपी नेता फंड का रोना रोते हैं और दूसरी ओर सरकारी धन को खुले हाथों से लुटा रहे हैं। हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे, यदि यह प्रस्ताव हाउस में लाया जायेगा तो हम इसे वापस लेने की मांग करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि खुद बीजेपी के ज्यादातर निगम पार्षद इन मशीनों की खरीदारी का विरोध कर रहे हैं, लेकिन अपने नेताओं के दबाव में खुलकर नहीं बोल रहे हैं।