-कालसर्प दोष से इस तरह मिलेगी मुक्ति
आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्ली
इस वर्ष शुक्रवार 13 अगस्त 2021 को देशभर में नाग पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में नाग पंचमी का विशेष महत्व होता है। इस दिन नाग देवता और सर्पों की पूजा की जाती है। माना जाता है कि सर्पों को अर्पित की जाने वाली पूजा नाग देवताओं के समक्ष पहुंच जाती है। इसलिए लोग इस अवसर पर, नाग देवता के प्रतिनिधि के रूप में सर्पों की पूजा करते हैं। बता दें कि नाग पंचमी पर विशेष संयोग की वजह से चार राशि वालों पर विशेष कृपा बरसेगी।
मान्यता है कि शिवजी को नाग बहुत प्रिय हैं और सावन में नागों की पूजा करने से भगवान भोलेनाथ विशेष प्रसन्न होते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार मिथुन, कर्क, तुला और कुंभ राशि वालों के लिए नागपंचमी विशेष लाभकारी साबित हो सकती है। नाग पंचमी पर सभी राशि वालों को पूजा करनी चाहिए, ताकि भगवान भोलेनाथ की कृपा मिल सके।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वर्ष की नाग पंचमी का त्योगार विशेष है। नाग पंचमी के दिन करीब 108 साल बाद दुर्लभ संयोग बन रहा है। खास बात है कि काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए यह दुर्लभ संयोग अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा। माना जाता है कि काल सर्प दोष पिछले जन्म में किए किसी अशुभ कर्म के कारण बनता है। इस बार नाग पंचमी पर उत्तरा योग और हस्त नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है। ऐसे में इस दिन काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए की जाने वाली पूजा सबसे ज्यादा प्रभावशाली होगी।
काल सर्प दोष को दूर करने के लिए इनमें से कोई भी एक उपाय किया जा सकता हैः-
जंगल में छोड़ें नाग-नागिन का जोड़ा
काल सर्प दोष को दूर करने के लिए नाग पंचमी के दिन किसी सपेरे से नाग-नागिन का एक जोड़ा खरीदकर उसे जंगल में लेजाकर छोड़ दिया जाए। नाग और नागिन के मुक्त होने से जातक का जीवन भी कष्टों से मुक्त हो जाता है।
शिवलिंग पर पंच धातु का नाग चढ़ायें
किसी ऐसे शिवलिंग पर जहां कि पहले से नाग नहीं लगा हुआ हो, वहां पंच धातु का बना नाग विधि-विधान से लगवा दें। इसके बाद शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करके भगवान शिव और नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त करें। काल सर्प दोष दूर करने का यह भी अच्छा उपाय है।
राहु-केतु की शांति के लिए पूजा
नाग पंचमी के दिन नाग देवता के दर्शन और पूजन करें। दूध से अभिषेक करके अपनी गलतियों की क्षमा मांगे। इसके साथ ही राहु-केतु की शांति के लिए पूजा करें। इसके बाद गोमेद या चांदी की नाग वाली अंगूठी धारण करें।
नाग गायंत्री मंच का जाप करें
नाग पंचमी के दिन नाग पूजन के बाद घर पर या मंदिर में नाग गायत्री मंत्र ’ओम नागकुलाय विद्महे विषदन्ताय धीमहि तन्नो सर्पः प्रचोदयात’ का कम से कम 108 बार जाप करें। नाग देवता से अपनी गलती की क्षमा मांगे। यह भी अचूक उपाय माना जाता है।
घर में सांप नहीं आने के लिए करें यह उपाय
‘‘सर्पापसर्प भद्रं ते गच्छ सर्प महाविष. जन्मेजयस्य यज्ञान्ते आस्तीक वचनं स्मर.. आस्तीकवचनं समृत्वा यः सर्प न निवर्तते. शतधा भिद्यते मूर्धिन शिंशपावृक्षको यथा’’
उपरोक्त मंत्र का जाप नियमित रूप से करने पर घर में सांप नहीं आते। माना जाता है कि अगर घर में सांप आ जाए तो इस मंत्र का जाप करने से वह तुरंत ही चला जाता है। ऐसे में नाग पंचमी के दिन इस मंत्र का जाप करें। गाय के गोबर को हिंदू धर्म में बेहद शुद्ध माना जाता है। ऐसे में नामग पंचमी के दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों कोनों पर गाय के गोबर से नाग बनाएं। इसके इन नागों को कच्चा दूध चढ़ाएं और लावा चढ़ाएं। नाग पंचमी के दिन तांबे के नाग-नागिन की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। इस दिन विधि-विधान से तांबे के नाग-नागिन की पूजा करें। बाद में इन्हें अपनी तिजोरी में रख दें।
शुभ मुहूर्त
इस वर्ष नाग पंचमी शुक्रवार 13 अगस्त 2021 को पड़ रही है। पंचमी तिथि गुरूवार 12 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 24 मिनट पर प्रारंभ हो रही है और शुक्रवार 13 अगस्त 2021 को दोपहर 1 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगी।
पूजा विधि
नागों की पूजा करते समय चावल, हल्दी, रोली, फूल, अक्षत, कच्चा दूध और घी का प्रयोग करना चाहिए। पूजा के दौरान नाग देव से प्रार्थना करनी चाहिए कि वह कभी भी हमें क्षति न पहुंचाएं। पूजा करते समय कथा का विशेष महत्व होता है। अतः कथा पढ़ने के बाद आरती कर नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
चार राशि वालों के लिए शुभ साबित होगा
नाग पंचमी की तिथि को ग्रह-नक्षत्रों की दशा भी बदल रही है। हिंदू पांचांग के अनुसार, इस दिन से इन चार राशि वालों पर विशेष कृपा बरसेगी।
मिथुनः इन राशि वालों को सावन के शुक्ल पक्ष में बहुत लाभ प्राप्त होगा। इस राशि के लोग जिस काम को भी लगन से करेंगे, उन्हें काम में विशेष सफलता मिलेगी।
कर्कः सावन के महीने में कर्क राशि वालों को विशेष लाभ प्राप्त होगा। इस राशि के लोग अगर सावन में शिवलिंग पर जल अर्पित करें तो उनकी किस्मत के ताले खुल जायेंगे। रुके हुए काम पूरे होंगे।
तुलाः इस राशि के लोगों के लिए प्रबल तरक्की के योग हैं, इस राशि के जातकों को व्यापार में विशेष लाभ होगा। उनके करियर में विशेष उछाल आयेगा। लेकिन अपने कार्य को करते समय उसमें अपना सौ प्रतिशत योगदान मिलेगा।
कुंभः इस राशि के जातकों को यात्रा करने से करियर में उछाल आएगा। ये अपनी प्रतिभा के कारण विशेष नाम और पद की प्राप्ति करेंगे। पुराने रूके हुए काम बनते नजर आयेंगे।