उत्तरी निगम में ट्रॉमल लगाने पर आप-बीजेपी में संग्राम…कैसे कम होगा कूड़े का पहाड़?

-आप ने लगाया 1 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप
-बीजेपी ने कहाः जितना होगा काम, उतने देंगे दाम

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली की भलस्वा लेंडफिल साइट पर कूड़े के पहाड़ को खत्म करने के लिए ट्रॉमल मशीनें लगाऐ जाने की परियोजना पर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच संग्राम शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी ने इस परियोजना में एक हजार करोड़ रूपये का घोटाला किये जाने का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी ने कहा है कि ठेकेदारों को उतनी ही राशि का भुगतान किया जायेगा, जितना कि वह काम करेंगे। इसके साथ ही काम नहीं करने पर नगर निगम को ठेकेदारों के खिलाफ आर्थिक दंड लगाने व अन्य प्रकार की कार्रवाई किये जाने का भी अधिकार है।

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मंगलवार को स्थायी समिति की बैठक में आम आदमी पार्टी के पार्षद विक्की गुप्ता और अजय शर्मा ने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि एक साथ यह काम 31 ठेकेदारों को कैसे दिया जा रहा है? उन्होंने कहा कि नगर निगम को एक महीने में ही इस काम के लिए इतनी राशि चुकानी पड़ेगी, जितनी राशि में यह मशीनें खरीदी जा सकती हैं। वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के निगम पार्षदों ने बैठक से पहले सिविक सेंटर में धरना भी दिया। विकास गोयल ने कहा कि ठेका देने में अपनाये गये मापदंडों पर खुद नगर निगम की ऑडिट रिपोर्ट में ही सवाल उठाये गये हैं। फिर उसी आधार 31 ठेकेदारों को किस तरह से ठेका दिया जा सकता है?

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वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगीराम जैन और नेता सदन छैल बिहारी गोस्वामी ने कहा कि नये ठेके में बदलाव किये गये हैं। अब किसी भी मशीन के लिए नगर निगम की ओर से ठेकेदारों को कोई भुगतान नहीं किया जायेगा। अब ठेकेदारों को उतना ही भुगतान किया जायेगा, जितना कि वह काम करके दिखायेंगे। एक महीने में ठेकेदार की एक ट्रॉमल मशीन को कम से कम 6 हजार टन मलबा उठाना होगा। यदि इससे कम काम किया जाता है तो ठेकेदार के ऊपर 60 हजार रूपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
अभी और तूल पकड़ेगा मामला
आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि अभी यह मामला और तूल पकड़ेगा। आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद अब इस मामले को गुरूवार 27 जुलाई 2021 को होने वाली बैठक में उठाएंगे। आप पार्षदों की योजना सदन में धरना-प्रर्शन करने की है। आप से जुड़े सूत्र बताते हैं कि आप के निगम पार्षद 27 जुलाई को सदन में ही रात भर बैठकर धरना दे सकते हैं। बता दें कि मंगलवार को भी आप पार्षदों ने स्थायी समिति की बैठक वाले हॉल में धरना देने का मन बना लिया था। लेकिन बाद में आम आदमी पार्टी ने अपनी रणनीति बदलते हुए इसे आगे के लिए बढ़ा दिया है।