-आरएसएस एवं बीजेपी के बीच समन्वय का काम देखेंगे अरुण कुमार
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
आने वाले समय में सात राज्यों में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बड़ा उलटफेर किया है। संघ ने रविवार को अपने सह-सरकार्यवाह अरुण कुमार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समेत राजनीतिक मुद्दों के लिए संघ का समन्वयक नियुक्त किया है। उन्होंने कृष्ण गोपाल का स्थान लिया है, जो साल 2015 से यह काम संभाल रहे थे। मध्य प्रदेश के चित्रकूट में आरएसएस के पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की चल रही बैठक में इस बदलाव की घोषणा की गई। बता दें कि अरुण कुमार दिल्ली से हैं और पहले अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख का पद संभाल चुके हैं।
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अरुण कुमार हरियाणा के प्रांत प्रचारक का पद भी संभाल चुके हैं और जम्मू-कश्मीर में लंबा समय बिताया है। उन्होंने अनुच्छेद 370 के बारे में जागरूकता पैदा करने के अभियान को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बता दें कि समन्वयक की भाजपा के कामकाज की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका होती है और और संघ और पार्टी के बीच एक सहज समन्वय सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होती है। बताया जा रहा है कि यह बदलाव सात राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले किया गया है। फिलहाल उत्तर प्रदेश सहित छह राज्यों में पार्टी की साख दांव पर है। संघ और पार्टी दोनों इस धारणा को बदलने की तैयारी कर रहे हैं कि केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकार कोरोना महामारी की दूसरी लहर के लिए तैयार नहीं थी।
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संघ के पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की बैठक में लिये गये इन निर्णयों को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके साथ ही निर्णय लिया गया है कि कृष्ण गोपाल संघ की दो प्रमुख शाखाओं एमएसएमई से संबंधित लघु उद्योग भारती और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी विद्या भारती के प्रभारी बने रहेंगे। इसके साथ ही आरएसएस ने पश्चिम बंगाल के क्षेत्र प्रचारक प्रदीप जोशी को अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख के रूप में नियुक्त किया है।
विशेष प्रशिक्षण देगा संघ
मध्य प्रदेश में चल रही अपने प्रांत प्रचारकों की तीन दिवसीय बैठक में आरएसएस ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्णय लिया है। संघ की योजना है कि यदि कोविड महामारी की तीसरी लहर आती है तो इसके प्रकोप के मामले में लोगों और प्रशासन की सहायता की जा सके। आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने एक बयान में कहा कि कार्यक्रम में एक विशेष मॉड्यूल होगा जो कार्यकर्ताओं को आवश्यक सावधानियों के साथ माताओं और बच्चों को सहायता प्रदान करने में सक्षम बनाएगा।