फिर बढ़ीं गहलोत सरकार की मुसीबतें… पायलट ही नहीं निर्दलीय विधायक भी विरोध में

-12 निर्दलीय विधायकों ने की बैठक, जल्दी ही सरकार में उठापटक शुरू होने की आशंका

एसएस ब्यूरो/ जयपुर
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पर संकट के बादल बार-बार गहरा रहे हैं। एक ओर सचिन पायलट उनके लिए मुसीबतें खड़ी कर रहे हैं, दूसरी ओर सरकार को समर्थन देने वाले बसपा एवं निर्दलीय विधायकों ने भी सीएम गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे 13 में 12 निर्दलीय विधायकों की 23 जून 2021 को बैठक हुई। इसके बाद राजस्थान में सियासी समीकरणों के बिगड़ने की आशंका बनने लगी है।

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निर्दलीय विधायकों की इस बैठक में संयम लोढ़ा, रामकेश मीणा, रमीला खड़िया, सुरेश टांक, खुशवीर सिंह, महादेव सिंह खंडेला, ओम प्रकाश हुडला, रामकुमार गौर, कांति चंद मीणा, लक्ष्मण मीणा, आलोक बेनीवाल और बाबूलाल नागर शामिल रहे। विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि विधायकों ने सरकार से खाली पदों को भरने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह बैठक सरकार से ग्राम सेवकों और पटवारियों के खाली पदों को भरने और अनुबंध श्रमिकों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू करने की अपील करने लिए बुलाई गई।

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निर्दलीय विधायकों की यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब यहां गहलोत और पायलट समर्थक विधायकों के बीच सियासी बयानबाजी जारी है। लोढा ने कहा कि ‘तकनीकी रूप से हम निर्दलीय हैं.. दल -बदल कानून लागू होता है.. हम निर्दलीय विधायक के रूप में किसी पार्टी को कानून के मुताबिक ज्वाइन नहीं कर सकते.. लेकिन राज्य की सरकार को स्थिरता देना हमारा प्राथमिक कर्त्तव्य है जिसका हम सारे निर्दलीय विधायक पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। लोढ़ा ने कहा कि सरकार को अस्थिर करने में सचिन पायलट की भूमिका है।