महापौर चुनाव में बीजेपी नेताओं ने सरेआम उड़ाईं प्रोटोकॉल की धज्जियां

-बंदिश के बावजूद हाउस में पहुंचे एक प्रदेश महामंत्री, एक विधायक और एक पूर्व पार्षद
-एक सिख पार्षद ने हाउस के अंदर बुलाये अपने दो साथी, करवाई फोटोग्राफी

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
बुधवार को महापौर चुनाव में दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कोविड-प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाईं। सचिव कार्यालय की ओर से लगाई गई बंदिश के बावजूद महापौर चुनाव के दौरान पार्टी के एक प्रदेश महामंत्री, एक विधायक और एक पूर्व निगम पार्षद के अलावा एक सिख निगम पार्षद के दो सहयोगी हाउस के अंदर पहुंचे। जबकि प्रोटोकॉल को पूरी तरह से लागू करने की जिम्मेदारी बीजेपी के ऊपर ही थी, क्योंकि तीनों निगमों में बीजेपी ही सत्ता में है।

                                     पार्षद परमजीत सिंह राणा के साथ बैठे उनके गैर-पार्षद सहयोगी

बता दें कि बुधवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में महापौर, उप महापौर, स्थायी समिति के सदस्यों के साथ डीडीए की सलाहकार समिति के लिए सदस्यों का चुनाव किया गया। इस बैठक के संबंध में सचिव कार्यालय की ओ से कोविड-प्रोटोकॉल की घोषणा की गई थी। इसके तहत महापौर चुनाव के दौरान सदन के अंदर केवल चुने हुए निगम पार्षद, निगम आयुक्त एवं संबंधित कर्मचारी ही प्रवेश कर सकते थे।

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यहां तक कि मीडिया को भी बैठक के दौरान सदन में घुसने की इजाजत नहीं दी गई थी। इसके साथ ही पूर्व परंपरा के अनुसार किसी गैस्ट को भी सदन या गैलरी में आने की अनुमति नहीं दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद बैठक के दौरान प्रदेश महामंत्री कुलजीत चहल, विधायक अजय महावर और पूर्व निगम पार्षद विजय प्रकाश पांडे निर्धारित प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए सदन में पहुंच गये और निगम पार्षदों के लिए निर्धारित सीटों पर बैठ गए।

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इन तीनों नेताओं के पहुंचने के कुछ देर बाद ही पार्षद परमजीत सिंह राणा ने भी अपने दो साथियों को सदन के अंदर बुला लिया और वह दोनों सदन की कार्यवाही के दौरान फोटो और वीडियोग्राफी करने लगे। बीजेपी नेताओं द्वारा प्रोटोकॉल तोड़े जाने पर विपक्ष ने विरोध भी जताया, इसके बावजूद नवनिर्वाचित महापौर राजा इकबाल सिंह ने इन तीनों नेताओं को बैठक के दौरान बोलने का मौका भी दिया।
उत्तरी निगम में विपक्ष के नेता और आप पार्षद विकास गोयल ने सदन में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल को निभाने की जिम्मेदारी बीजेपी की है और वही लोग इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरों पर बंदिश लगाकर खुद बीजेपी नेता अपने लोगों को सदन में बुला रहे हैं। नियम-कायदे-कानून सभी के लिए एक जैसे होने चाहिए। अभी कोरोना गया नहीं है, इसके बावजूद बीजेपी नेताओं ने प्रोटोकॉल को तोड़ा है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।