यूपी की सियासतः संगठन महामंत्री के सामने अफसरों पर फूटा मंत्रियों का गुस्सा

-बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष का दौरा पूर्ण

एसएस ब्यूरो/ लखनऊ
बीते तीन दिनों से उत्तर प्रदेश की भाजपाई सियासत गरमाई हुई है। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के सामने योगी के मंत्रियों का गुस्सा पूरी तरह से सरकारी अफसरों पर फूटा। अपने यूपी दौरे के दूसरे दिन बीएल संतोष ने ’फीडबैक’ रिपोर्ट तैयार कर ली है। वह अपनी रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सोंपेंगे। माना जा रहा है कि इसी रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन में फेरबदल पर विचार किया जायेगा। राज्य में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बीएल संतोष ने सोमवार और मंगलवार को बंद कमरे में सरकार के मंत्रियों को अलग-अलग बुलाकर जमीनी हकीकत जानी। संगठन महामंत्री ने सबसे पहले दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डा.दिनेश शर्मा से बात की। इसके बाद मंत्रियों सिद्धार्थनाथ सिंह, श्रीकांत शर्मा, स्वामी प्रसाद मौर्य और रमापति शास्त्री आदि से भी अलग-अलग बात की।

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बताया जा रहा है कि रिपोर्ट कार्ड पेश करते समय योगी सरकार के मंत्रियों ने अपनी जमकर तारीफ की लेकिन कामकाज में लापरवाही का ठीकरा अफसरों ेऊपर फोड़ा। मंत्रियों से कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर जब सवाल पूछे गये तो एक ने साफ कहा कि सरकार के अफसर जब उनकी ही नहीं सुनते तो कार्यकर्ताओं के काम कैसे किया जा सकता है। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के साथ बंद कमरे में हुई बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी मौजूद नहीं थे। उन्होंने एक-एक कर सबको अपने कमरे में बुलाया। मंत्रियों से पूछा गया कि सीएम दफ्तर से उन्हें कितना सहयोग मिलता है? अफसर कितना सुनते हैं। इस पर एक मंत्री ने कहा कि वह अपने विभाग में कोई फैसला लेते हैं तो अफसर या तो उसे बदल देते हैं या फिर उसके ऊपर अमल ही नहीं करते।

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एक मंत्री ने यूपी सरकार के एक पूर्व प्रमुख सचिव के ंऊपर जमकर गुबार निकाला। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने मंत्री के कई फैसलों को बदल दिया। सीएम योगी आदित्यनाथ के ऊपर अप्रत्यक्ष रूप से मनमानी का आरोप लगाते हुए एक मंत्री ने कहा कि वह अपने विभाग में अफसरों की तैनाती भी अपने मन से नहीं कर पाते हैं। अफसरों पर भी उन्होंने फाइलें लटकाने के आरोप लगाए। एक मंत्री ने तो यहां तक कहा कि विभागीय तबादलों में भी उनकी मंजूरी नहीं ली जाती।
सबसे बड़ा सवाल…कार्यकर्ता नाराज… कैसे जीतेंगे चुनाव?
बीएल संतोष ने मंत्रियों से 2022 के चुनाव की तैयारियों और उसमें कमी को लेकर भी सवाल पूछे। इस पर एक मंत्री ने माना कि कोरोना काल में जनता और कार्यकर्ताओं में नाराजगी पार्टी और सरकार के प्रति बढ़ी है। लेकिन सब लोग जुटें तो इसे ठीक कर लिया जाएगा। संगठन महामंत्री ने पूछा कि क्या हम चुनाव में जाएं तो जीत जाएंगे? इस सवाल के जवाब में एक मंत्री ने कहा कि इस समय नाराजगी ज्यादा है, चुनाव को लेकर दिक्कतें हैं। पर सभी जुटेंगे तो जीत हासिल होगी। संगठन महामंत्री ने सबसे यही कहा कि संगठन के साथ समन्वय करें और अब समय कम है। सभी अपनी व्यक्तिगत नाराजगी किनारे कर चुनावी तैयारी में जुट जाएं।
सरकार को लेकर संघ कार्यालय में चर्चा
बीजेपी दफ्तर में मंत्रियों से बात करने के बाद बीएल संतोष सीधे लखनऊ के राजेंद्र नगर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यालय भारती भवन पहुंचे। यहां उन्होंने दोनों क्षेत्र प्रचारकों और प्रांत प्रचारकों से सरकार और संगइन के बारे में बात की। उनसे सरकार के कामकाज के साथ जनता की नाराजगी के बारे में भी जानकारी हासिल की।
सतीश द्विवेदी ने दी सफाई
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने भी बीएल संतोष के साथ मुलाकात की। वह मीडिया से बचते हुए बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे और पीछे के रास्ते से ही बाहर निकल गए। माना जा रहा है कि हाल ही में अपने भाई की नियुक्ति को लेकर अपने ऊपर लगे आरोपों पर उन्होंने राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के सामने अपनी सफाई रखी है।