DELHI BJP नेताओं में बिना काम के क्रेडिट लेने की होड़… कार्यकर्ताओं को किया जा रहा नजरअंदाज!

-प्रदेश नेतृव ने ऑक्सीजन ऑन व्हील्स की व्यवस्था करने वाले नेताजी को नहीं दिया क्रेडिट
-दिल्ली बीजेपी व प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर संदेश में नहीं दिया रविंद्र गुप्ता का नाम

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में बिना काम किये क्रेडिट लेने की होड़ मची हुई है। इसको लेकर पार्टी को भारी आलोचनाएं झेलनी पड़ रही हैं। लेकिन फिर भी पार्टी के नेता जमीन पर काम करने के बजाय दूसरों के किये कामों का भी क्रेडिट लेने का कोई मौका नहीं चूक रहे। ऐसा ही एक मामला गुरूवार को ‘ऑक्सीजन ऑन व्हील्स’ के लोगों को समर्पण के मौके पर सामने आया। इस पूरी योजना में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का कोई योगदान नहीं है, लेकिन अरण्या फाउंडेशन और नगर निगम का नाम तो ट्विटर संदेश में शामिल किया गया और इसकी व्यवस्था कराने वाले रविंद्र गुप्ता का नाम शामिल नहीं किया गया।

बुधवार को पहले जारी किया गया आमंत्रण

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बता दें कि ऑक्सीजन की सुविधा वाली इस बस की व्यवस्था उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर और प्रदेश बीजेपी के पूर्व महामंत्री रविंद्र गुप्ता ने अरण्या फाउंडेशन के माध्यम से कराई थी। इससे पहले उन्होंने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के लिए भी एक ऐसी ही ‘ऑक्सीजन ऑन व्हील्स’ की व्यवस्था करवाई थी। लेकिन गुरूवार को सिविक सेंटर में इस बस के उद्घाटन के बाद जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में मौजूद रहने वाले लोगों में तो रविंद्र गुप्ता का नाम दिया गया लेकिन दिल्ली बीजेपी और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष की ओर से ट्विटर अकाउंट पर जारी किये गये संदेश में रविंद्र गुप्ता का नाम तक शामिल नहीं किया गया।

बुधवार को दूसरा जारी किया गया आमंत्रण

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इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विजय गोयल भी शामिल हुए थे, लेकिन उन्होंने भी अपने ट्वीट में रविंद्र गुप्ता का नाम शामिल नहीं किया। इसको लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के एक वर्ग में भारी नाराजगी है। बता दें कि इससे पहले बुधवार को मीडिया कर्मियों को जारी प्रेस आमंत्रण के संदेश में भी रविंद्र गुप्ता का नाम शामिल नहीं किया गया था। बताया जा रहा है कि इसको लेकर रविंद्र गुप्ता ने अपनी जबरदस्त प्रतिक्रिया व्यकत की थी, उसके बाद मीडिया कर्मियों को दूसरा संदेश भेजा गया था, जिसमें रविंद्र गुप्ता का नाम ऑर्गनाइजर बतौर शामिल किया गया था।

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नाम नहीं छापने की शर्त पर दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी के वर्तमान प्रदेश महामंत्री और कई वरिष्ठ पदाधिकारी तो पहले ही किसी तरह का सहयोग नही दे पा रहे हैं, यदि कोई अन्य कार्यकर्ता कोई सहयोग करता है तो उसका क्रेडिट खुद प्रदेश नेतृत्व में शामिल नेता ले जाते हैं। जबकि ऐसे समय में तो पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। यदि किसी कार्यकर्ता को उसके किये गये काम का क्रेडिट दिया जाता है तो प्रदेश नेतृत्व का नाम तो उसी में शामिल हो जाता है।
कोरोना काल में लोगों के बीच गैरमौजूदगी को लेकर हो रही फजीहत
बता दें कि कोरोना काल में लोगों में गैर मौजूदगी को लेकर दिल्ली प्रदेश बीजेपी के नेताओं की जमकर फजीहत हो रही है। आरएसएस के एक पदाधिकारी ने ट्वीट के जरिये पार्टी नेताओं यह तक पूछ लिया था कि ‘‘क्या दिल्ली बीजेपी संगठन डिजॉल्ब हो गया है’’। दूसरी ओर पार्टी के दिल्ली से ही एक सांसद ट्विटर के जरिये बीजेपी नेताओं के बजाय दूसरे लोगों से ऑक्सीजन की मदद मांगते हुए नजर आये थे। वहीं बीजेपी के केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और पूर्व केंद्रीय मंत्री अशोक प्रधान ने दिल्ली बीजेपी के नेताओ ंके बजाय कांग्रेस के पूर्व विधायक मुकेश शर्मा से मदद मांगी थी। केवल यही नहीं बीजेपी नेता तो अपनी ही पार्टी के दिल्ली से एक पूर्व विधायक और वर्तमान पार्षदा व एक पूर्व निगम पार्षद की मदद नहीं कर पाये। ऐसे में पार्टी नेतृत्व को अपने ही कार्यकर्ताओं नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।