बंगाल में ‘रक्त रंजित राजनीति’ जारी… केंद्रीय मंत्री के काफिले पर हमला… टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आरोप

-पश्चिमी मिदनापुर में हुआ केंद्रीय मंत्री वी. मरलीधरन के काफिले पर हमला
-केंद्रीय गृह मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम हिंसा की जांच के लिए रवाना

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के बाद पश्चिम बंगाल (West Bengal) में ‘रक्त रंजित राजनीति’ जारी है। चुनाव परिणाम आने के बाद राज्य में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) की ओर से इसकी जांच के लिए गठित चार सदस्यीय टीम के बंगाल रवाना होने के बीच पश्चिमी मिदनापुर (West Midnapur) में केंद्रीय मंत्री (Central Minister) वी. मुरलीधरन (V. Murlidharan) के काफिले पर हमला हुआ है। इसका वीडियो ट्विटर पर डालते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘तृणमूल के गुंडों ने मेरे काफिले पर हमला कर निजी स्टाफ को चोट पहुंचाया और गाड़ी की खिड़कियां तोड़ दीं।’’ दूसरी ओर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल दौरे पर हैं और हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिल रहे हैं।

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बंगाल रवान हुई केंद्रीय टीम को गृह मंत्रालय की ओर से आदेश दिया गया है कि वह स्थिति का जायजा लेकर रिपोर्ट सौंपे। इसके अलावा मंत्रालय ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdip Dhankhar) से भी राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर रिपोर्ट मांगी है। इस बीच राज्य में हिंसा का दौर अब भी जारी है। वी. मुरलीधरन ने हमले का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘’टीएमसी के गुंडों ने पश्चिम मिदनापुर में मेरे काफिले पर हमला किया, खिड़कियों को तोड़ा, निजी कर्मचारियों पर हमला किया। मैं मेरी यात्रा को कम कर रहा हूं।’’

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इस बीच मंत्री वी. मुरलीधरन पर हमले को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javdekar) ने भी टिप्पणी की है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि ’यदि मंत्री के काफिले पर ही हमला हो जाता है तो फिर बंगाल में कौन सुरक्षित है? यह राज्य प्रायोजित हिंसा है। हम बंगाल में हिंसा की निंदा करते हैं। हिंसा फैलाने वाले लोगों को सजा दिलाने के लिए सख्ती के साथ कदम उठाने चाहिए।’

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बता दें कि चुनावी नतीजे आने के बाद से राज्य में फैली हिंसा की घटनाओं का ठीकरा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Benarji) ने चुनाव आयोग के सिर पर फोड़ा था। उन्होंने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा था कि ‘अब तक राज्य की सुरक्षा व्यवस्था चुनाव आयोग के हाथ में थी, राज्य सरकार के पास कोई अधिकार नहीं था।’ लेकिन इसके अगले ही दिन गुरूवार को एक बार फिर से केंद्रीय मंत्री के काफिले पर हमले की घटना सामने आई है।
राष्ट्रपति शासन लगाने की उठ रही मांग
पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही हिंसा और प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हो रहे लगातार हमलों के बीच पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग जोर पकड़ रही है। ममता बनर्जी के लगातार तीसरी बार बंगाल का मुख्यमंत्री बनने के बाद से हो रही आगजनी, लूटपाट, हत्याओं और संपत्तियों के नुकसान के बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था के बारे में रिपोर्ट मांगी है।