-हवा-हवाई दावे, दिल्ली में आये पिछले 24 घंटे में 25,500 नये मरीज
-पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी, 100 से भी कम रह गये आईसीयू बेड
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी हर रोज नये रिकॉर्ड बना रही है। रविवार को हालात बेकाबू हो गये हैं। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मदद मांगी है। हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 24 घंटे में लगभग 25,500 नये मामले सामने आए हैं। संक्रमण दर की रफ्तार 30 प्रतिशत पहुंच गई है।
यह भी पढ़ें- महापौर चुनावः उत्तरी दिल्ली में जेपी के सिर दोबारा होगा महापौर का ताज या बीजेपी खायेगी गच्चा!
यह भी पढ़ें- महापौर चुनावः दक्षिणी दिल्ली को चमत्कारी नेतृत्व का इंतजार… जानें कौन हैं दावेदार
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को इस संकट के दौरान साथ खड़े रहने के लिए शुक्रिया कहने के साथ ही ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने की गति जारी है। ज्यादा चिंता की बात यह है कि पॉजिटिविटी रेट 30 प्रतिशत बढ़ गया है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर 24 से बढ़कर 30 प्रतिशत हो गया है। कोरोना के लिए जो बेड रिजर्व है वह काफी तेजी से खत्म हो रहे हैं। आईसीयू बेड की दिल्ली में कमी हो गई है। आईसीयू बेड दिल्ली में 100 से भी कम रह गये हैं।
यह भी पढ़ें- महापौर चुनावः चुनावी साल में मिलेगा मजबूत नेतृत्व… या जारी रहेगी पूर्वी दिल्ली निगम की तलाश!
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एक निजी अस्पताल ने शनिवार को बताया था कि उनके पास ऑक्सीजन की कमी है। शनिवार की रात दिल्ली में बड़ी त्रासदी होते-होते बची। केंद्र सरकार से जो मदद मिली है उसका शुक्रिया। केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार के अस्पतालों में 10 हजार बेड हैं। इनमें से केवल 1800 बेड ही कोरोना मरीजों के लिए रखे गये हैं। उन्होंने मांग की कि केंद्र के अस्पतालों के 10 हजार बेड में कम से कम 7000 बेड कोविड मरीजों के लिए रिजर्व किये जाऐं।
राधा स्वामी कोविड केयर सेंटर को बंद किये जाने की जांच की मांगः
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने छतरपुर स्थित राधा स्वामी कोविड केयर सेंटर को बंद किये जाने पर गंभीर सवाल उठाये हैं। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक दत्त ने कहा कि इस कोविड केयर सेंटर पर करोड़ों रूपये खर्च किये गए थे। लेकिन इसे बीच में किसके आदेश पर बंद कर दिया गया? उन्होंने उपराजयपाल से इस पूरे मामले की जांच की मांग की है।