-कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स व भारतीय उद्योग व्यापार मंडल आमने-सामने
-दिल्ली व राजस्थान के व्यापारिक संगठनों ने किया व्यापार खुला रखने का ऐलान
-उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड सहित कई राज्यों के व्यापारी भी विरोध में
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
26 फरवरी को ‘भारत बंद’ के मामले में बड़े व्यापारिक संगठन दो-फाड़ हो गए हैं। बंद के मुद्दे पर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और भारतीय उद्योग व्यापार मंडल (बीयूवीएम) आमने-सामने आ गए हैं। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने देशव्यापी भारत बंद का ऐलान किया है, वहीं भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने सभी दुकानें और व्यापार खुला रखने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र के कई व्यापारिक संगठनों ने भी बंद में शामिल नहीं होने का ऐलान कया है। वहीं दिल्ली के कई व्यापारी नेताओं ने 26 फरवरी के बंद को कैट का एकतरफा फैसला बताया है।
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भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने बुधवार 24 फरवरी 2021 को कांस्टीट्यूशन क्लब में दिल्ली के व्यापारिक संगठनों की एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक की अध्यक्षता संगठन के चेयरमैन मनोहर लाल कुमार ने की। बैठक में उपस्थित विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रधान और महामंत्रियों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि 26 फरवरी 2021 को दिल्ली के सभी मुख्य बाजार खुले रहेंगे।
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बैठक में यह फैसला भी किया गया कि बीयूवीएम का एक प्रतिनिधिमंडल जीएसटी की विसंगतियों के वजह से व्यापारियों को होने वाली परेशानियों के बारे में वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर से मिलकर उन्हें अवगत कराएगा। फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार यादव एवं महामंत्री राजकुमार सपड़ा ने कहा कि 26 फरवरी को दिल्ली के सभी बाजारों के साथ सदर बाजार के सभी मार्केट खुले रहेंगे।
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दूसरी ओर कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स जयपुर ने भी 26 फरवरी के प्रस्तावित भारत बंद से खुद को अलग कर लिया है। कैट जयपुर ने सभी ट्रेड एसोसिएशन एवं जयपुर के व्यापारिक संगठनों से आग्रह किया है कि वह बंद में शामिल नहीं होंगे। कैट जयपुर के अध्यक्ष सचिन गुप्ता एवं महामंत्री विक्की चेलानी ने बताया कि 26 फरवरी 2021 को बंद नहीं रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी की विसंगतियों के चलते व्यापारियों को बहुत ज्यादा परेशानियां आ रही हैं, अतः इसके संबंध में राजस्थान के मुख्यमंत्री जो कि राज्य के वित्त मंत्री भी हैं और वित्त मंत्री के नाते जीएसटी काउंसिल के सदस्य भी हैं को ज्ञापन दिया जाएगा।
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दूसरी ओर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय पदाधिकारी अब भी 26 फरवरी के बंद पर अड़े हुए हैं। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा है कि 26 फरवरी को अपनी बात मुखर रूप से उठाने के लिए दिल्ली सहित देश भर में लगभग 1500 स्थानों पर “आग्रह धरना“ आयोजित किये जाएंगे। दूसरी ओर कोई भी व्यापारी उस दिन जीएसटी पोर्टल पर लॉगइन न करके अपना विरोध दर्ज़ करेंगे !
कैट के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा एवं प्रदेश महामंत्री देव राज बवेज़ा ने दावा किया कि दिल्ली एवं देश भर में स्कूटर पार्ट्स, बिजली का सामान, दवाइयां, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर का सामान, केमिकल, रंग रसायन, साइकिल, खिलौने, कागज़, स्टैशनरी, आयरन एन्ड हार्डवेयर, सेनेटरी गुड्स, लोहा व्यापार, ज्वेलरी, रबर प्लास्टिक, एफएमसीजी गुड्स, कॉस्मेटिक्स, रेडीमेड गारमेंट, लकड़ी एवं प्लाईवुड, बिल्डिंग मटेरियल, किराना, आयल, मसाले, खाद्यान , इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, फर्निशिंग फैब्रिक, गिफ्ट आइटम्स, फोटो, जनरल स्टोर, तिरपाल, फेरो अलॉयज, एक्रेलिक, एल्युमीनियम, मैटल, मशीनरी, मार्बल, रेडियो एवं रेडियो पार्ट्स, सीमेंट, फाइल एवं लिफाफा निर्माता, हैंडलूम एवं हैंडलूम फैब्रिक्स, मैटल स्क्रैप, एग्रीकल्चरल इम्प्लीमेंट्स सहित अन्य अनेक वस्तुओं का व्यापार करने आए व्यापारियों की एसोसिएशनों ने भारत व्यापार बंद को समर्थन दिया है !