NORTH DMC: शुक्रवार से कर्मचारियों की पूर्ण काम बंद हड़ताल

-सिविक सेंटर से सचिवालय तक पैदल मार्च

एसएस ब्यूरो/नई दिल्ली
चार-पांच महीनों से बकाया सैलरी की मांग को लेकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम की कर्मचारी यूनियनों ने अपनी हड्ताल को ज्यादा प्रभावी बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने शुक्रवार से पूरी तरह से काम बंद करने का फैसला किया गया है। शुक्रवार को कर्मचारियों ने सिविक सेंटर से सचिवालय तक पैदल मार्च निकालने का फैसला किया। कर्मचारियों ने इस संबंध में गुरुवार को एक मीटिंग भी की, जिसमें सभी विभागों के कर्मचारियों को काम बंद कर पैदल मार्च में शामिल होने के लिए आह्वान किया गया था।

बता दें कि कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से उत्तरी दिल्ली में सफाई व्यवस्था चरमराने लगी है। कई सफाई कर्मचारी यूनियनें भी हड़ताल में शामिल हो गई हैं। शुक्रवार से कर्मचारियों ने रिहायशी इलाकों में कूड़ा उठाने वाली एजेंसियों को भी इस हड़ताल में शामिल करने का आह्वान किया है।

कन्फेडरेशन ऑफ एमसीडी एम्पलॉईज यूनियन के ए.पी. खान व नगर निगम शिक्षक संघ के महासचिव रामनिवास सोलंकी ने कहा कि पिछले 7 जनवरी से ही बकाया सैलरी की मांग को लेकर नॉर्थ डीएमसी के कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। लेकिन उनकी समस्याओं पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। कमोबेश पिछले 5 महीने की सैलरी बकाया है। कर्मचारियों के परिवार भूखे मर रहे हैं, लेकिन किसी को कोई परवाह ही नहीं है।

कर्मचारी नेताओं ने कहा कि करीब एक हफ्ते से धरना और हड़ताल के बाद भी कोई सुनवाई न होने पर गुरुवार को स्थायी सफाई कर्मचारियों ने नॉर्थ डीएमसी के अलग अलग जोन में उन जगहों पर ताला लगा दिया, जहां प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टरों ने कूड़ा उठाने के लिए गाड़ियां खड़ी की हैं। इसलिए गुरुवार को नॉर्थ एमसीडी के 500 ढलावों में से आधे ढलावों से कूड़ा नहीं उठाया गया।

सफाई कर्मचारी यूनियन प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टरों पर भी दबाव बना रहे हैं कि वे कूड़ा न उठाएं, ताकि हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिले। गुरुवार को अलग अलग 41 यूनियनों ने शुक्रवार को पैदल मार्च के लिए रणनीति बनाई। पैदल मार्च सिविक सेंटर से सचिवालय तक निकाला जाएगा। इस दौरान कर्मचारी मुख्यमंत्री को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे।