SDMC: पार्किंग ठेकों में फिर से करोड़ों के घोटाले की तैयारी

-करोड़ों के बकायेदार के भाई ने की बड़ें पार्किंग स्थलों के लिए टेंडर में भागीदारी
-कुछ बड़े अधिकारियों पर भी लगा पार्किंग माफिया के साथ मिलीभगत का आरोप
-दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को फिर से करोड़ों रूपये का चूना लगाने की तैयारी

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में एक बार फिर पार्किंग के ठकों में घोटाले की आशंका उठ खड़ी हुई है। मामले की शिकायत प्रधानमंत्री और गृहमंत्री कार्यालय को भेजी गई है। प्राप्त शिकायत के मुताबिक पार्किंग की टेंडर प्रक्रिया में कुछ ऐसे लोगों ने भी भागीदारी की है जिनके भाई या रिश्तेदार पार्किंग के ठेकों में ही करोड़ों रूपये के बकायेदार हैं। नगर निगम पुराने ठेकेदारों से अपना बकाया वसूलने में नाकाम रहा है। लेकिन अब नये नामों से वही पुराने ठेकेदार कुछ निगम अधिकारियों की मिलीभगत से फिर से पार्किंग के ठेके लेने के जुगाड़ में जुटे हैं।

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बता दें कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने 18 नवंबर 2020 को अपने 42 पार्किंग स्थलों की ईटेंडरिंग की थी। इनमें गोल गुंबद वाली पार्किंग (डिफेंस कालोनी) के पुराने ठेकेदार की ओर नगर निगम का करीब 1 करोड़ रूपये बकाया हैं। उसी ठेकेदार की ओर हौज खास पार्किंग के लिए करीब 40 लाख रूपये, साउथ एक्सटेंशन पार्ट-1 की पार्किंग के लिए करीब 20 लाख रूपये और डीटीडीसी पार्किंग के लिए करीब 20 लाख रूपये बकाया हैं।

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प्रधानमंत्री को भेजे गये पत्र में आरोप लगाया गया है कि अब पुराने ठेकेदार ने अपने भाई के नाम से नई टेंडर प्रक्रिया में भागीदारी की है। नये नाम से गोल गुंबद वाली पार्किंग (डिफेंस कालोनी), कमल सिनेमा पार्किंग, अलकनंदा पार्किंग और बी-6, सफदरजंग की पार्किंग के लिए आवेदन किया है। शिकायत में यह आरोप भी लगाया गया है कि नये नाम से किये गए आवेदनों के साथ पहचान के रूप में लगाया गया आधार कार्ड भी ठीक नहीं है। इस आधार कार्ड में आवेदक के पिता का नाम ही नहीं है।
टेंडरिंग में भाग नहीं ले सकते बकाएदारों के रिश्तेदार
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से ईटेंडरिंग में भाग लेने के लिए जारी किये गए दिशानिर्देशों के मुताबिक किसी भी पुराने बकाएदार ठेकेदार का कोई रिश्तेदार, पारिवारिक व्यक्ति, कंपनी या फर्म इस ईटेंडरिंग में भाग नहीं ले सकता। आवेदक को 100 रूपये के स्टांप पेपर पर नोटरी से सत्यापित करवाकर इस तरह की अंडरटेकिंग देनी होती है।
ठेके रद्द होने के बावजूद चलाते रहे पार्किंग
बता दें कि पिछले दिनों दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के पार्किंग स्थलों के बारे में इस तरह की जानकारी सामने आई थी कि कुछ ठेकेदार लाइसेंस फीस का भुगतान नहीं करने की वजह से ठेके रद्द कर दिये जाने के बावजूद पार्किंग चलाते हुए पाये गए थे। इनमें से यह ठेकेदार डिफेंस कालोनी की गोल गुंबद वाली पार्किंग और बाहरी रिंग रोड पर स्थित मिलेनियम पार्क के गेट संख्या 4 पर स्थित पार्किंग को चलाते हुए पाये गए थे। इस तरह की खबर सामने आने के बाद निगम के आला अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए इन्हें फ्री पार्किंग किया गया था और वहां गार्ड भी तैनात किये थे।
अधिकारियों से नहीं मिल सका जवाब
उपरोक्त मामले में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के लाभकारी परियोजना विभाग (आरपी सेल) के वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी लेने की कोशिश की गई, लेकिन वह जानकारी देने के लिए उपलब्ध नहीं हो सके। अब देखना यह है कि पार्किंग की टेंडर प्रक्रिया में तथ्यों को छिपाकर भागीदारी करने के मामले में नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी क्या कदम उठाते हैं? हालांकि कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आ पाने की वजह से आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी है।