-मंत्री सतेंद्र जैन के बकाया देने के आश्वासन पर खत्म किया धरनाः महापौर
-वेतन नहीं दे पा रहे तो इस्तीफा देकर दिल्ली सरकार को सोंपो निगमः सतेंद्र जैन
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
दिल्ली के तीनों नगर निगमों की खस्ता हालत का मामला सियासी रंग पकड़ता जा रहा है। सोमवार को पूरे दिन दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और भाजपा शासित नगर निगमों के बीच गहमा-गहमी बनी रही। सुबह करीब 11 बजे दिल्ली के तीनों महापौर निगम के बकाया को जारी करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर जाकर धरने पर बैठ गए। हालांकि बाद में धरने पर बैठे तीनों महापौरों से शहरी विकास मंत्री सतेंद्र जैन ने धरना स्थल पर ही मुलाकात की, इसके बाद तीनों महापौरों ने धरना वापस ले लिया।
यह भी पढ़ें- जानें अपना राशिफल… क्या गुल खिलायेगा बुध का उदय?
बता दें कि सोमवार को अचानक दिल्ली के तीनों महापौर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंचे थे। उनकी मांग है कि तीनों नगर निगम आर्थिक बदहाली झेल रहे हैं। इसके बावजूद दिल्ली की आम अरविंद केजरीवाल सरकार निगमों को फंड जारी नहीं कर रही है। लेकिन मुख्यमंत्री न तो महापौरों से मिलने आए और नाही उन्हें मिलने के लिए अपने घर में बुलाया। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री को डर था कि तीनों महापौर मिलने के बहाने कहीं घर के अंदर आकर धरने पर न बैठ जाएं।
यह भी पढ़ें- दिल्ली बीजेपी में बवाल जारी… मां-बहन की गालियों से नवाजे जा रहे पार्टी नेता
इसके बाद आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी पेंतरा फेंका और दिल्ली के शहरी विकास एवं स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन का ट्वीट आया कि ‘‘मुझे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का फोन आया है, मैं तीनों महापौर से मिलने के लिए इंतजार कर रहा हूं।’’ लेकिन इस ट्वीट में सतेंद्र जैन ने यह जिक्र नहीं किया कि वह कहां बैठकर महापौरों का इंतजार कर रहे हैं। इस पर उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने कहा कि ‘हमें इसके सूचना नहीं है कि सतेंद्र जैन हमारा इंतजार कहां कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री से मिलने उनके घर पर आए है और जिसे भी हमसे मिलना है वह यहीं मिल सकता है।’’
यह भी पढ़ें- दिल्ली दंगा : ताहिर हुसैन की जमानत याचिका खारिज… कोठरी में उमर खालिद परेशान!
लंबे इंतजार के बाद दिल्ली सरकार के मंत्री सतेंद्र जैन ने धरना स्थल पर जाकर ही तीनों महापौरों से मुलाकात की। महापौर जय प्रकाश ने बताया कि ‘‘सतेंद्र जैन ने आश्वासन दिया है कि दिल्ली सरकार तीनों नगर निगमों को पूरा बकाया पैसा तुरंत जारी करेगी।’’ इसके बाद महापौरों ने अपना धरना खत्म कर दिया।
राजनीति कर रहे निगम के नेताः सतेंद्र जैन
हालांकि दिल्ली सरकार की ओर से जारी प्रेस वक्तव्य में मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि डॉक्टर्स के वेतन के मुद्दे पर नगर निगम के बीजेपी नेता राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘मैंने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वेतन मुद्दे पर तीनों एमसीडी के मेयर के साथ बैठक बुलाई थी, लेकिन कोई नहीं आया, हम बातचीत के जरिए समाधान निकाल सकते थे, लेकिन उनका ध्यान इस मामले का राजनीतिकरण करने पर ज्यादा है। नगर निगम केंद्र सरकार से पैसा लेकर आ सकते हैं। एमसीडी फंड की कमी के लिए दिल्ली सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है, भाजपा शासित एमसीडी पूरे दिल्ली में महंगे होर्डिंग्स और पोस्टर लगा रही, जो यह दिखाता है कि उसके पास पैसे की कोई कमी नहीं है। सत्येंद्र जैन ने आगे कहा कि ‘’भाजपा एमसीडी में ठीक से काम करने और कर्मचारियों को समय से वेतन भुगतान करने की जिम्मेदारी ले, अन्यथा इस्तीफा देकर एमसीडी का पूरा कामकाज दिल्ली सरकार को सौंप दे।’’