-उत्तरी निगम के डॉक्टर्स ने की थी सोमवार से हड़ताल पर जाने की घोषणा
-एसोसिएशन ने निगम आयुक्त को पत्र लिखकर दी हड़ताल टालने की सूचना
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों में जाने वाले मरीजों के लिए राहत की खबर है। निगम के डॉक्टर्स ने अपनी प्रस्तावित हड़ताल को टालने की घोषणा कर दी है। म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एएसोसिएशन (एमसीडीए) ने महापौर पर भरोसा जताते हुए अपनी हड़ताल को डिफर करने की जानकारी निगम आयुक्त को भेजी है।
यह भी पढ़ें- जानें, किसके लिए मंगलकारी होगा शुक्र का नीच भंग राजयोग?
बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नियमित वरिष्ठ डॉक्टर्स को बीते तीन महीनों से सेलरी नहीं मिली है। इसके चलते म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएशन ने सोमवार 19 अक्टूबर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने नगर निगम के सभी अस्पतालों और दवाखानों की सभी तरह की सेवाएं बंद करने की बात कही थी।
यह भी पढ़ें- कोर्ट में पहुंचा श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद, पक्षकारों को नोटिस
एमसीडीए ने निगम आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि एसोसिएशन नहीं चाहती कि हड़ताल की वजह से आम लोगों को परेशानी नहीं हो। दूसरी ओर उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने भी मीडिया के माध्यम से नगर निगम के कर्मचारियों से संयम बरतने की अपील की है। महापौर ने कर्मियों से कहा है कि आर्थिक संकट के इस दौर में कर्मचारी संयम बरतें, जल्दी ही कर्मचारियों को सेलरी दे दी जाएगी।
यह भी पढ़ें- DELHI RIOTS : बढ़ीं ताहिर और फारूक की मुश्किलें
पत्र में यह भी कहा गया है कि महापौर की अपील पर भरोसा करते हुए डॉक्टर्स ने अपनी हड़ताल को टाला है। एमसीडीए के अध्यक्ष डॉक्टर आरआर गौतम ने कहा कि हम बिलकुल नहीं चाहते कि आम लोगों को कोई परेशानी हो। हमें उम्मीद है कि जल्दी ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम डॉक्टर्स की सेलरी की व्यवस्था कर लेगा और यह संकट टल जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह में एक बार फिर से एसोसिएशन के पदाधिकारियों और प्रमुख प्रतिनिधियों की बैठक होगी। इसमें भविष्य की रणनीति तैयार की जाएगी।
यह भी पढ़ें- BIHAR ELECTION: तीन दशक बाद ‘‘भूराबाल’’ की ओर लौट रही बिहार की सियासत
महापौर जय प्रकाश ने डॉक्टर्स के द्वारा अपनी हड़ताल को टाले जाने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि हमने सभी कर्मचारियों से अपील की है कि अभी संयम रखें। हमारे ऊपर 55 हजार वर्तमान कर्मियों की सेलरी और 22 हजार सेवानिवृत कर्मचारियों की पेंशन की जिम्मेदारी है। हम और हमारे अधिकारी जरूरी व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं। जल्दी ही इस समस्या का हल निकाल लिया जाएगा।