DELHI BJP: ‘जंबो’ होगा प्रदेश संगठन की नई टीम का आकार

-पदाधिकारी नहीं बने तब भी नये-पुरानों, सभी को मिलेगा मौका
-बार-बार प्रदेश की टीम में चले आ रहे नेताओं को मिलेंगे दूसरे काम

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की नई टीम में प्रदेश संगठन के ज्यादातर पुराने चेहरों को मौका नहीं मिलेगा। हालांकि पुराने नेताओं को नई टीम से बाहर भी नहीं किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस बार प्रदेश बीजेपी की नई टीम ‘जंबो’ आकार की हो सकती है। ऐसे में पुराने नेताओं को काम देने के लिए अलग से जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही है।

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दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी के कुछ नेता लंबे समय से प्रदेश संगठन में जिम्मेदारी संभालते चले आ रहे हैं। उनकी वजह से दूसरे लोगों को काम करने का ज्यादा मौका नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में प्रदेश नेतृत्व इस बात पर विचार कर रहा है कि प्रदेश की टीम में ज्यादा से ज्यादा नये लोगों को मौका दिया जाए और जमे हुए नेताओं को पार्टी के दूसरे काम दिये जाएं।

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सूत्रों का कहना हे कि इससे यह नेता अपने आपको उपेक्षित भी महसूस नहीं करेंगे और नई टीम को काम करने में आसानी भी होगी। वैसे भी अगले डेढ़ साल में दिल्ली में नगर निगम के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी को कई मोर्चों पर अपनी तैयारी करनी होगी। जिस तरह से अभी तीनों नगर निगमों की छवि बनी हुई है, उससे बीजेपी के लिए निगम चुनाव में पार पाना आसान नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में नेतृत्व की जिम्मेदारी नए लोगों और काम संभालने की जिम्मेदारी पुराने हाथों में देने का विचार बनाया गया है।
अभी और खिंच सकती है नई टीम की घोषणा
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि नई टीम के नामों पर सहमति के लिए तालमेल बैठाने में कुछ समय लग रहा है। पार्टी की नई टीम में अलग अलग गुट के नेता अपने-अपने चहेतों को सैट कराना चाहते हैं। इसके चलते टीम की घोषणा में अभी और समय लग सकता है। बताया यह भी जा रहा है कि नई टीम की घोषणा 5 अगस्त के बाद तक जा सकती है।
पार्टी को निगम के मुद्दों के जानकार की तलाश
प्रदेश भारती जनता पार्टी के सामने सबसे बड़ी समस्या नगर निगम की समस्याओं से पार पाने की है। पिछले तीन साल में पार्टी की ओर से बनाये गए निगमों के प्रभारी अपने काम में पूरी तरह से असफल रहे हैं। ऐसे में पार्टी को निगम के मुद्दों के जानकार की तलाश है। क्योंकि जब तक निगमों की आर्थिक स्थिति के साथ इनकी छवि नहीं सुधरेगी तब तक निगम चुनाव में जीत हासिल कर पाना मुश्किल रहेगा।