बदलेगा वर्षा जोशी का एक और फैसला

-अजमल खां रोड पर फिर से चलेंगे वाहन!
-बीजेपी अध्यक्ष ने की व्यापारियों से मुलाकात

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली की पूर्व निगम आयुक्त वर्षा जोशी का एक और महत्वाकांक्षी फैसले पर सवालिया निशान लग गए हैं। जल्दी ही नगर निगम की ओर से इस फैसले को बदला जाएगा। दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मंगलवार को करोलबाग के अजमल खां रोड के व्यापारियों से मुलाकात करके यह भरोसा दिलाया।

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प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता करोलबाग के अजमल खां रोड के व्यापारियों से मिलने पहुंचे थे। व्यापारियों द्वारा खरीदारों के र्मार्किट तक पहुंचने में हो रही समस्या को ध्यान में रखते हुए रोड को दोबारा मोटरेबल करने और मार्केट के पास बनी नगर निगम की पार्किंग को तीन महीने के लिए निशुल्क करने की मांग रखी।

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व्यापारियों की इस मांग पर आदेश गुप्ता ने कहा कि नगर निगम द्वारा जब इस रोड को नॉन मोटरेबल किया गया था उस समय इसका उद्देश्य यह था कि इस रोड की खूबसूरती बनी रहे और पैदल चलने वालों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। कई बार ऐसा होता कि जो चीज हम अच्छाई के लिए करते हैं वह तकलीफ का भी कारण बन जाती है।

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दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि जब कोई काम निगम करें या सरकार वह सहूलियत के लिए होना चाहिए। दोनों पक्षों को यानी खरीदारों को भी सहूलियत हो और व्यापारियों को भी सहूलियत हो। अगर खरीदारों को ही आने में परेशानी हो रही है तो इसका असर व्यापारियों पर भी पड़ेगा।

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आदेश गुप्ता ने कहा कि कुछ दिन पहले ही व्यापारियों ने मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने निगम के अधिकारियों और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश से भी इस बारे में बातचीत की है। उन्होंने व्यापारियों को आश्वसत किया कि जल्द ही अजमल खां रोड को मोटरेबल कर दिया जाएगा। इसके साथ ही तीन महीने के लिए पार्किंग शुल्क भी नहीं लिया जाएगा।
वर्षा जोशी ने मनमानी करके बदं कराया था आवागमन!
पूर्व निगम आयुक्त वर्षा जोशी ने अजमल खां रोड पर वाहनों का आना-जाना बंद कराया था। बताया जा रहा है कि कुछ स्वयंसेवी संगठनों की मिलीभगत से उन्होंने यह काम किया था। इसके लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने कोई सर्वेक्षण भी नहीं कराया था। यह भी कहा जा रहा है कि निजी एनजीओ के हितों को साधने के लिए पूर्व निगम आयुक्त ने ऐसा किया था। इसके लिए खूब पोस्टरबाजी की गई थी। 2019 के दिसंबर महीने में महिलाओं के नाम पर आयोजित इस कार्यक्रम को स्टेप आउट का नाम दिया गया था। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम और इस योजना का लाभ अजमल खां रोड के व्यापारियों या फिर यहां रहने वाली महिलाओं को तो नहीं मिला, हालांकि इस कार्यक्रम में शामिल रहीं एनजीओ और पूर्व आयुक्त और उनके सहयोगी आईएएस अधिकारियों को इसका पूरा लाभ मिला है।