NORTH DMC: कर्त्तव्यों की धज्जियां उड़ा रहीं प्रेस एंड इनफॉर्मेशन डायरेक्टर!

-डायरेक्टर का फरमानः ‘शाम 6 बजे के आसपास ही दिया जायेगा जवाब’
-पत्रकारों को हड़कायाः कहा-‘हम किसी का जवाब देने के लिए बाध्य नहीं’

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम को कुछ अधिकारी अपनी ‘प्राईवेट प्रॉपर्टी’ समझने लगे हैं। भले ही कई दिन तक कार्यालय नहीं आते, लेकिन अपना चार्ज किसी दूसरे अधिकारी को भी नहीं दे रहे। मनमाने फैसले ले रहे हैं और कोई सवाल करता है तो उसे हड़का दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला रविवार को उत्तरी निगम के प्रेस एंड इनफॉरमेशन डिपार्टमेंट से जुड़ा सामने आया।

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उत्तरी दिल्ली नगर निगम के प्रेस एंड इनफॉरमेशन विभाग की निदेशक इरा सिंघल से पत्रकारों ने जब कुछ जानकारी चाही तो उन्होंने साफ कह दिया कि ‘वह किसी के सवाल का जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हैं। ऐसा कोई कानून नहीं है जो जवाब देने के लिए बाध्य करता हो।’ इरा सिंघल ने पत्रकारों को हड़काते हुए यह भी कहा कि ‘कोई भी जानकारी केवल शाम 6 बजे के आसपास ही दी जाएगी।’

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कुछ अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार और निगम के कुछ नेताओं की अनुभवहीनता व निगम के कामकाज के प्रति बेरूखी की वजह से उत्तरी दिल्ली नगर निगम पहले ही आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। इसके साथ ही निगम की छवि तेजी से खराब हुई है। ऐसे में निगम की छवि सुधारने की जिम्मेदारी रखने वाले विभाग के शीर्ष अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने स्वाभाविक हैं।

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उत्तरी दिल्ली नगर निगम के प्रेस एंड इनफॉरमेशन विभाग की निदेशक द्वारा चलाए जा रहे पत्रकारों के एक व्हाट्सएप ग्रुप में एक रिपोर्टर ने रविवार को (6 बजे के आस पास ही) यानी सांय 7 बजे हिंदूराव अस्पताल में एक वार्ड ब्वॉय की कोरोना की वजह से मौत के बारे में जानकारी चाही थी। इरा सिंघल ने उसी समय ‘चेकिंग’ लिखकर रिपोर्टर को जानकारी देने का भरोसा दिलाया। रिपोर्टर ने सांय 8 बजकर 8 मिनट पर फिर ग्रुप में निवेदन किया कि ‘मैडम प्लीज कन्फर्म’, लेकिन निदेशक की ओर से काई जवाब नहीं मिला। आश्चर्य की बात है कि उस रिपोर्टर को 9 बजकर 12 मिनट पर अपनी जानकारी फिर मांगनी पड़ी।

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प्रेस एंड इनफॉरमेशन विभाग में चल रही लापरवाही और मनमानी पर जब एक दूसरे पत्रकार ने इसी व्हाट्सएप ग्रुप में सवाल उठाये तो निदेशक इरा सिंघल तिलमिला गईं। उन्होंने हिंदूराव अस्पताल में वार्ड व्वॉय से संबंधित जानकारी तो नहीं दी, लेकिन यह जरूर कह दिया कि ‘‘आपके हिसाब से संडे को भी सारे डिपार्टमेंट जबाब देने के लिए बैठे होंगे?’’

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अब सवाल यह उठता है कि क्या पीएंडआई निदेशक इरा सिंघल को यह नहीं मालूम कि हिंदू राव अस्पताल कोई सामान्य डिपार्टमेंट नहीं, एक अस्पताल है और 24 घंटे सातों दिन खुलता है। ऐसी स्थिति में अस्पताल में क्लास-4 चपरासी से लेकर क्लास-1 अधिकारी तक के अधिकारी हर समय तैनात रहते हैं? क्योंकि फिलहाल यह अस्पताल कोरोना से भी संबंधित है तो 24 घंटे अलर्ट पर भी रहता है?

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उत्तरी दिल्ली नगर निगम के प्रेस एंड इनफॉरमेशन डिपार्टमेंट के अधिकारियों की लापरवाही, मनमानी और अनदेखी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पिछले डेढ़ से दो महीनों के बीच इसी तरह के कई मामले सामने आते रहे हैं। जिसकी वजह से उत्तरी दिल्ली नगर निगम की छवि और ज्यादा खराब होती जा रही है।
तय ड्यूटी के विपरीत हो रहा काम
प्रेस एंड इनफॉरमेशन डिपार्टमेंट के निदेश की ड्यूटी (जिम्मेदारियों) में मीडिया के साथ अच्छे संबंध स्थापित करना, नियमित संपर्क बनाना, निगम की छवि को स्वच्छ बनाना, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और रेडियो के साथ अच्छा समन्वय बनाकर निगम के कामकाज को बढ़ाना आदि प्रमुख काम हैं। ड्यूटी चार्ट पहले नंबर पर प्रेस के साथ कम्युनिकेशन एंड इनफॉरमेशन के सिस्टम को स्थापित करना और उसे मेंनटेन करने का काम रखा गया है। लेकिन यही काम सही ढंग से नहीं हो रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि निदेशक ने कहा है कि वह केवल 6 बजे के आसपास ही कोई जानकारी देंगी। प्रिंट का काम तो इससे चल सकता है, लेकिन न्यूज चैनल्स और रेडियो के लिए भी केवल 6 बजे का समय? निदेशक के इस फैसले को कैसे सही कहा जासकता है? इसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अस्पताल छुट्टी वाले दिन काम नहीं करते? क्या 6 बजे के आस पास का मतलब 7 बजे नहीं हो सकता? ऐसे और भी बहुत से सवाल हैं, जिनके जवाब मिलने बाकी हैं।