आखिर ‘आप’ ही निकले मौत के सौदागर!

-दिल्ली दंगों में आरोप पत्र दाखिल, ताहिर हुसैन ही निकला ‘मास्टर माइंड’
-खालिद था दंगों में सहयोगी, महिलाओं ने व्हाट्सएप मैसेज से भड़काए दंगे
-15 आरोपी बनाए, ताहिर ने दंगों पर खर्च किए 1 करोड़ 30 लाख रूपये

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के चुनिंदा नेता दिल्ली दंगों के मामले में अपने पार्षद का लाख बचाव करते रहे, लेकिन जब जांच रिपोर्ट आई तो खुद ‘आप’ ही मौत के सौदागर निकले। जांच रिपोर्ट में यह सच भी सामने आया है कि सीएए और एनआरसी के विरोध के नाम पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कराए गए भीषण सांप्रदायिक दंगे पूरी तरह से सुनियोजित थे।

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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दिल्ली आते ही देशद्रोह के आरोपी जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने एक समुदाय विशेष के लोगों के साथ बैठकें करके साजिश रची और दंगे कराना शुरू कर दिया था। चार्जशीट में यह खुलासा भी किया गया है कि ताहिर हुसैन ने दंगे फैलाने में एक करोड़ 30 लाख रूपये खर्च किए थे।

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार 2 जून 2020 को कड़कड़डूमा कोर्ट में दंगों में शामिल मौत के सौदागरों के खिलाफ आरोप पत्र दखिल किए। चांदबाग में हुए दंगे से एक दिन पहले उमर खालिद ने आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के साथ बैठक करके साजिश रची थी। इसी के तहत ताहिर हुसैन एक दिन पहले ही खजूरी खास थाने में जमा अपनी लाइसेंसी पिस्टल ले आया था। इसी पिस्टल का इस्तेमाल उसने दंगे में किया था। कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट के मुताबिक ताहिर हुसैन और उमर खालिद दंगों के मास्टरमाइंड निकले हैं।

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उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुए दंगों के दो मामलों में क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को आरोप पत्र दाखिल किए। इसमें उपरोक्त तथ्यों का जिक्र किया गया है। बताया जा रहा है कि दंगों के दौरान करीब पांच दर्जन लोगों की हत्या की गई थी। हत्या के 53 मामलों सहित छह दूसरे मामलों की जांच के लिए क्राइम ब्रांच ने तीन एसआइटी का गठन किया गया था। उन्हीं में से दो मामलों में कड़कड़डूमा कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं। दंगों के दौराना खुलेआम गोलियां चलाने और हवलदार दीपक दहिया पर पिस्टल तानने वाले ड्रग तस्कर शाहरुख पठान के मामले में क्राइम ब्रांच ने पहले ही आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।

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1. जाफराबाद का मामला
जाफराबाद में 25 फरवरी को 66 फूटा रोड पर क्रिसेंट पब्लिक स्कूल के बाहर व जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास भीषण दंगे हुए थे। दंगों के दौरान गोली लगने से अमन नाम के युवक की मौत हो गई थी। पुलिस ने मौके से कारतूस के 35 खाली खोखे बरामद किए थे। इनमें से 11 कारतूस 7.65 एमएम, 7 कारतूस 8 एमएम, और 17 कारतूस 5.56 एमएम के बरामद किए गए थे। इस मामले में अबतक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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नताशा व देवांगना की भूमिका
क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि दंगे की गहरी साजिश रची गई थी। इस मामले में जेएनयू की छात्रा नताशा नरवाल और देवांगना कालिता को भी आरोपी बनाया गया है। नताशा और देवांगना दोनों का संबंध पिंजरा तोड़ संगठन से है। जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास दंगे की साजिश में दोनों शामिल थीं। इसके अलावा उमर खालिद द्वारा बनाए गए ग्रुप ‘इंडिया अगेंस्ट हेट’ ग्रुप में भी ये दोनों सक्रिय हैं। इनमें से एक आरोपी के वॉट्सऐप चैट में कुछ सनसनीखेज मैसेज मिले हैं। इन मैसेज के जरिए दंगों के दौरान एक खास संप्रदाय की महिलाओं को क्या करना है यह बताया गया है।
तेजाब, पेट्रोल, गर्म पानी, खौलता तेल डालने के थे मैसेज
एक आरोपी के मोबाइल फोन से मिले मैसेज बेहद चौंकाने वाले और डरावने हैं। इससे पता चलता है कि दंगे फैलाने की साजिश कितने बड़े स्तर पर की गई थी। कुछ मैसेज पर एक नजरः-
-घर में गर्म खौलते हुए पानी और तेल का इंतजाम करें।
-बिल्डिंग की सीढ़ियों पर तेल, शैंपू या सर्फ डाल दें।
-लाल मिर्च गर्म पानी में या पाउडर के रूप में प्रयोग करें।
-दरवाजों को मजबूत करें, जल्द से जल्द ग्रिल या लोहे के गेट लगवाएं।
-तेजाब की बोतलें घर में रखें।
-बालकनी व छत पर ईंट और पत्थर रखें।
-कार व बाइक से पेट्रोल निकाल कर रखें।
-लोहे के दरवाजों में स्विच से करंट का इस्तेमाल करें।
-एक इमारत से दूसरी इमारत में जाने के लिए रास्ते का इंतजाम करें।
-बिल्डिंग के सारे मर्द हजरात एक साथ इमारत ना छोडें, कुछ लोग महिला सुरक्षा के लिए रुकें।
2. चांदबाग का मामला
चांदबाग में हुए दंगों से संबंधित यह मामला ताहिर हुसैन के खिलाफ खजूरी खास थाने में दर्ज किया गया है। आरोप पत्र में कहा गया है कि 24 फरवरी की दोपहर सवा दो बजे ताहिर हुसैन के घर के बाहर भीषण दंगा हुआ था। इस मामले में ताहिर हुसैन सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ताहिर हुसैन ने यहां दंगे कराने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उसका छोटा भाई शाह आलम भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
दंगों में प्रयोग की गई ताहिर हुसैन की लाइसेंसी पिस्टल को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। दंगे से एक दिन पहले 22 फरवरी को ताहिर ने खजूरी खास थाने जाकर अपनी पिस्टल वापस ली थी। बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान उसने अपनी यह पिस्टल थाने में जमा करा दी थी। दंगे से पहले ताहिर ने खालिद सैफी और उमर खालिद के साथ मीटिंग की थी। ये दोनों उन लोगों के एक बड़े समूह का हिस्सा हैं जो दिल्ली में दंगे और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। ताहिर हुसैन के मकान की छत से ईंट, पत्थर, कांच की बोतलें, जिनमें तेजाब भरे थे और बोतल की गर्दन पर कपड़े के टुकड़े भरे हुए थे। ताहिर की छत से कुछ और भी ऐसी आपत्तिजनक वस्तुएं मिली, जो क्षेत्र में दंगे भड़काने में ताहिर हुसैन के साजिश में शामिल होने की ओर इशारा करती हैं।
दंगों पर खर्च किए एक करोड़ 30 लाख रूपये
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की ओर से दाखिल किए गए आरोप पत्र में कहा गया है कि दंगों को भड़काने और इलाके में मारकाट मचाने के लिए ताहिर हुसैन ने 1 करोड़ 30 लाख रूपये खर्च किए थे। उसने अपने मकान में दंगों का घातक सामन और लोगों को इकट्ठा किया था। चार्जशीट में ताहिर के भाई शाह आलम को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस के मुताबिक दंगों के दौरान ताहिर अपनी छत पर था और दंगे भड़काने में नेतृत्व कर रहा था।
आम आदमी पार्टी का नेता है ताहिर
हाजी ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी का नेता है। वह मुस्तफाबाद विधानसभा के नेहरू विहार वार्ड से निगम पार्षद हैं। ताहिर ने 2017 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। दिल्ली हिंसा में नाम आने के बाद आम आदमी पार्टी ने ताहिर हुसैन को पार्टी से निलंबित कर दिया है। ताहिर के ऊपर इंटीलेंज ब्यूरो (आईबी) के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या सहित दिल्ली में हिंसा फैलाने का गंभीर आरोप है। आरोप है कि सुनियोजित साजिश के तहत ताहिर के घर की छत से ही आस-पास के लोगों पर हमले किए गए थे।
बैकफुट पर आम आदमी पार्टी के नेता
दिल्ली दंगों में नाम आने के बाद आप सांसद संजय सिंह, विधायक अमानतुल्ला खान और कुछ दूसरे नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर यह कुबूल किया था कि दंगों के दौरान ताहिर हुसैन उनके साथ संपर्क में था। आप नेताओं ने पहले दो-तीन दिन ताहिर हुसैन को क्लीन चिट देने की कोशिश की थी। लेकिन बाद में दंगों में ताहिर के शामिल होने के सैकड़ों की संख्या में साक्ष्य सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी ने उसे निलंबित कर दिया था।
कपिल मिश्रा ने साधा निशाना
आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली दंगों को लेकिर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। केजरीवाल और संजय सिंह का खास ताहिर हुसैन दंगों का मास्टर माइंड निकला। 1 करोड़ 30 लाख रूपये के बम, एसिड औश्र हथियार खरीदे थे। संजय सिंह खुद मान चुका है कि ताहिर हुसैन दंगों के दौश्रान उनसे फोन पर संपर्क में था।